नागपुर जिलेे के इन 3 दर्जन गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी जल्द

नागपुर जिलेे के इन 3 दर्जन गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी जल्द
नागपुर जिलेे के 3 दर्जन गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी जल्द मिलेगी, इसके लिए जिप सीईओ सौम्या शर्मा की पहल की, मोबाइल कंपनी को प्रस्ताव भेजा है।

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश में संचार क्रांति हुई है। शहरों के कोने-कोने में नेटवर्क पहुंचाने की मोबाइल कंपनियों में होड़ मची हुई है। वहीं जिले का दुर्गम क्षेत्र आज भी मोबाइल नेटवर्क से वंचित है। नागपुर जिले के जंगल क्षेत्रों के अनेक गांवों में इंटरनेट सेवा तो दूर मोबाइल पर संपर्क के लिए भी गांव से दूर जाना पड़ रहा है। इंटरनेट कनेक्टिविटी के अभाव में सरकार की अनेक योजनाएं गांवों तक नहीं पहुंच पाईं। इस समस्या को हल करने की जिला परिषद सीईओ सौम्या शर्मा ने पहल की है। जिले के दुर्गम क्षेत्र में बसे 3 दर्जन से अधिक गांवों को इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ने मोबाइल कंपनी को प्रस्ताव भेजा है। इंटरनेट कनेक्टिविटी से जुड़ने पर इन गांवों में सरकार की विविध योजनाएं पहुंचने की उम्मीद जगी है।

दुर्गम क्षेत्र के दौरे में पता चला

सीईओ सौम्या शर्मा ने गत दिनों पारशिवनी तहसील के कोलीतमारा परिसर में दौरा किया। इस दौरान स्कूल, ग्राम पंचायतों को भेंट दी। इंटरनेट कनेक्टिविटी के अभाव में सरकार की अनेक योजनाओं पर अमल करने में दिक्कत अाने की बात पता चली। इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने मोबाइल कंपनियों से संपर्क किया। मोबाइल नेटवर्क के लिए टाॅवर खड़ा करने में वन विभाग से अनुमति नहीं मिलने का कारण बताया गया। वन विभाग से संपर्क कर इस समस्या को सुलझाया गया है।

ग्राम पंचायतों से मंगवाए प्रस्ताव

इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए मोबाइल टाॅवर लगाने के ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया। ग्राम पंचायतों ने पंचायत समिति को प्रस्ताव भेजने पर गटविकास अधिकारी की मंजूरी से जिला परिषद ने प्रस्ताव अपने पास मंगवा लिए। जिला परिषद ने मोबाइल कंपनी के पास प्रस्ताव भेज दिए हैं। मोबाइल कंपनी के मुख्यालय से मंजूरी मिलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में बताई जाती है।

गांव में मिलेगी ऑनलाइन सेवा

इंटरनेट कनेक्टिविटी के अभाव में गांव के लोगों को ऑनलाइन सेवा के लिए शहर में आना पड़ रहा है। पारशिवनी तहसील के कोलीतमारा और सावनेर तहसील के सोनेवाणी परिसर के 3 दर्जन से अधिक गांवों में यह समस्या है। पटवारी को कम्प्यूटर दिए गए, लेकिन इंटरनेट सेवा के अभाव में किसानों को अपने खेत का सात-बार निकालने के लिए शहरों में आपले सेवा केंद्रों पर जाना पड़ रहा है। अंगनवाड़ी कर्मचारियों को बालकों की उपस्थिति, उन्हें वितरित पोषण आहार की ऑनलाइन जानकारी भरने में दिक्कत आ रही है। ग्राम पंचायतों सेवा केंद्र है, लेकिन इंटरनेट के अभाव में नागरिकों उसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इंटरनेट कनेक्टिविटी से जुड़ने पर इन गांवों में ऑनलाइन सेवा उपलब्ध होगी।

Created On :   7 May 2023 7:43 PM IST

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