Jabalpur News: गोकलपुर में बदल रहे बिजली के तार रांझी तक कई घंटे बिजली गुल

गोकलपुर में बदल रहे बिजली के तार रांझी तक कई घंटे बिजली गुल
उपभोक्ताओं का आरोप सूचना दिए बिना दिन भर बंद रही सप्लाई, नहीं भर पाईं रांझी जलशोधन से जुड़ी 13 टंकियां

Jabalpur News: बिजली विभाग के वर्किंग करने का तरीका कहने के लिए तो स्मार्ट है, लेकिन सच्चाई ये है कि अधिकारी अभी भी पुराने ढर्रे पर ही काम कर रहे हैं। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने हाल ही में शटडाउन के लिए एक आदेश जारी किया था, जिसके तहत जिस फीडर में मेंटेनेंस के साथ दूसरे जरूरी कार्यों के लिए शटडाउन के लिए 10 दिन पूर्व संबंधित ठेेकेदार को संभाग के डीई से अनुमति लेनी होगी और डीई स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग करने के बाद 3 दिन पूर्व फीडर के उपभोक्ताओं को मैसेज करके शटडाउन की जानकारी देनी होगी लेकिन सोमवार को उत्तर संभाग के गोकलपुर फीडर में 11केवी लाइन के तारों में ओपन कंडक्टर बदलने के लिए कार्य प्रारंभ कराया गया जिसके तहत गोकलपुर के उपभोक्ताओं के पास मैसेज भी भेज दिए गए लेकिन रांझी के उपभोक्ताओं को किसी भी तरह का मैसेज नहीं मिला और कई घंटे तक बिजली सप्लाई बंद रखी गई।

बिना सूचना के घंटों लाइट बंद रहने के बाद जब रांझी के लोगों ने बिजली कार्यालय पहुंचकर शिकायत की तो पता चला कि मेंटेनेंस कार्य के चलते शटडाउन लिया गया है। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि मेंटेनेंस कार्य के दौरान मौके पर एक भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था। सूत्रों के अनुसार उत्तर संभाग में मेंटेनेंस के लिए कई महीनों से जेई की तैनाती नहीं की गई है, जिससे ये समस्या लगातार बनी हुई है। दोपहर पौने 12 बजे से बंद बिजली सप्लाई शाम करीब पांच बजे शुरू हुई।

गोकलपुर फीडर में मेंटेनेंस कार्य के लिए शटडाउन लिया गया था, जिसके लिए सभी उपभोक्ताओं को बाकायदा मैसेज भी भेजे गए थे। रांझी में किसी भी तरह की बिजली सप्लाई नहीं हुई है।

विवेक सिंह, कार्यपालन अभियंता, उत्तर संभाग

नहीं भरी 13 टंकियां, शाम को जलसंकट से जूझे लोग

गोकलपुर फीडर में शटडाउन के चलते रांझी जलशोधन संयंत्र में भी बिजली सप्लाई बंद होने के कारण रांझी क्षेत्र की 13 टंकियाें में पानी नहीं भरा जा सका, जिसके कारण शाम को रांझी के लाेग जलसंकट से जूझते नजर आए। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि रांझी फीडर में अधिकतर व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं, कंपनी को चारों फीडरों में सबसे ज्यादा राजस्व भी यहीं से मिलता है लेकिन इसके बावजूद बिजली अधिकारी यहां कोई ध्यान नहीं देते।

Created On :   2 Dec 2025 5:31 PM IST

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