Jabalpur News: सड़कों पर दौड़ रहीं सैकड़ों खस्ताहाल बसें, फिटनेस की निगरानी तक नहीं

सड़कों पर दौड़ रहीं सैकड़ों खस्ताहाल बसें, फिटनेस की निगरानी तक नहीं
हादसों के बाद भी अंकुश नहीं लगा पा रहे आरटीओ के अफसर, खतरे में आम यात्रियों की जान

Jabalpur News: शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हो रही सैकड़ों बसों की हालत ऐसी है जिनमें आम आदमी जान जोखिम में ड़ालकर यात्रा कर रहा है। खस्ता हाल बसों का न तो फिटनेस होता है और न ही उनके ड्राइवर व परिचालक की शर्ट पर नेम प्लेट्स। बसों में आपातकालीन नंबर भी नहीं लिखे होते। यात्रियों को यात्रा टिकट किराया लेने के बाद भी नहीं दी जाती।

वहीं निर्धारित शीट के अतिरिक्त सवारियों को बैठाकर तेज गति से वाहनों का संचालन किया जा रहा है। यही कारण है कि बिना फिटनेस के संचालित हो रहे इन वाहनों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारी पूरी तरह मौन हैं। खस्ता हाल बसों का संचालन सबसे अधिक ग्रामीण इलाकों में किया जा रहा है और फील्ड में तैनात अफसर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं।

इन क्षेत्रों में किया जा रहा वर्षों पुरानी बसों का संचालन

आरटीओ में रजिस्टर्ड वाहनों में नजर मारी जाए तो कटंगी, पाटन, चरगवां, कुंडम, बरेला मनेरी मार्ग, बीजाडांडी, नारायणगंज, बरगी नगर, बरगी के अलावा सिहोरा रोड में बहोरीबंद, मझाैली, पान उमरिया, ढीमरखेड़ा, शुक्ल पिपरिया मार्ग व स्लीमनाबाद रोड में पुराने वाहनों का संचालन हो रहा है। इन क्षेत्रों में सबसे अधिक ओवर लोड वाहनों का संचालन होता है और जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने में पीछे हैं।

आए दिन हो रहे हादसे, चालकों की जांच नहीं

बस ऑपरेटरों की लापरवाही के कारण रोजाना हादसे हो रहे हैं। कई बसों के चालक नशे में वाहन चलाते नजर आते हैं, तो कई तेज गति से भगाते हुए हादसे को अंजाम दे रहे हैं। यात्रियों के विरोध करने के बाद भी वे वाहनों की स्पीड पर कमी नहीं लाते। इनकी जांच न होना भी सवाल खड़े कर रही है।

एक नजर में

कई बसों में रिमोल्ड वाले टायरों का उपयोग।

ग्रामीण इलाकों में चल रही बसों का फर्श भी होता है जर्जर।

आपातकालीन खिड़की रहती है जाम।

फर्स्ट एड बाॅक्स नहीं रहता।

अग्निशमक यंत्र का अभाव

जिले में बसों की संख्या

बस संख्या

एसी बसें 125

डीलक्स नाॅन एसी 150

स्कूल में अनुबंधित बसें 1000

यात्रियों बसों की संख्या 1500

15 साल से पुरानी बसें 500

इनका कहना है

पुरानी बसें कितनी हैं और उनकी स्थिति वर्तमान में कैसी है, इसका पूरा परीक्षण कराया जाएगा। समीक्षा कर जल्द ही बस ऑपरेटरों पर कार्रवाई करते हुए इनको जब्त करने की कार्रवाई कराई जाएगी।

- नीता राठौर, उप आयुक्त परिवहन

Created On :   2 Dec 2025 5:19 PM IST

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