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Jabalpur News: चौथे साल की बरसात भी बीत गई, आखिर कब बन पाएगी एग्जिबिशन सेंटर की सड़क

Jabalpur News: सरकारी योजनाओं के तहत परिसरों का निर्माण करके जिम्मेदारों द्वारा किस तरह करोड़ों की फाग खेली जाती है, मनमोहन नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के समीप बना उद्योग विभाग का एग्जिबिशन सेंटर इसका जीता-जागता प्रमाण है। विशाल परिसर पर करोड़ों की लागत से बने इस सेंटर का भवन खंडहर में तब्दील होता जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस भवन तक पहुंचने का मार्ग चार साल बाद भी नहीं बन पाया है।
जब यहां तक पहुंचने के लिए सड़क ही नहीं है तो वहां जाएगा कौन...? यह बात विचारणीय है। क्षेत्रीय नागरिकों के अनुसार उद्योग विभाग के अधिकारी हर बार यही भरोसा दिलाते हैं कि बारिश के बाद सड़क बनेगी, लेकिन चौथा साल भी बीत गया, लेकिन सड़क बनाने का काम अब तक शुरू नहीं किया गया है।
कृषि उपज मंडी से उत्तर दिशा में मनमोहन नगर अस्पताल के समीप बने एग्जिबिशन सेंटर की पड़ताल की गई तो यह बात सामने आई कि इसका करीब 1 किलोमीटर लम्बा पूरा पहुंच-मार्ग ही कच्चा और गड्ढों में तब्दील है। क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि बारिश में यहां घुटनों तक कीचड़ रहता है। ऐसे में यहां एग्जिबिशन लगाने के लिए कौन आएगा..? यह बात समझ से परे है।
नागरिकों ने बताया कि बारिश में गायत्री मंदिर के आगे से एग्जिबिशन सेंटर तक की दलदल भरी सड़क देखकर अधिकारियों की टीम ने कहा था कि इस बार बारिश के तुरंत बाद यहां सीमेंटेड सड़क बनाई जाएगी, लेकिन बरसात को बीते हुए भी काफी समय बीत गया, अभी तक सड़क के निर्माण को लेकर कोई प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की गई है। इससे न केवल क्षेत्रीय नागरिक बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों में भी असंतोष है। महाकोशल उद्योग संघ के डीआर जेसवानी का कहना है कि एग्जिबिशन सेंटर की सड़क को जल्द बनाया जाना चाहिए, साथ ही करोड़ों की लागत से बने इस सेंटर की उपयोगिता भी साबित की जानी चाहिए। फिलहाल यह सेंटर बंद पड़ा है और बदहाली का शिकार है।
सभी इकाइयों को होता है खासा लाभ
उद्यमियों के अनुसार रिछाई, अधारताल, उमरिया-डुंगरिया और हरगढ़ सहित चार औद्योगिक केंद्र जिले में संचालित हो रहे हैं। इनमें 550 से ज्यादा छोटे व बड़े उद्योग चल रहे हैं। इसी प्रकार निजी भूमि या भवनों में 15 हजार से अधिक इकाइयां स्थापित हैं। फर्नीचर, गारमेंट, कूलर, अलमारी, टिंबर और बैग का काम व्यापक पैमाने पर होता है। यदि मनमोहन नगर का उक्त एग्जिबिशन सेंटर और यहां का पहंुच-मार्ग बनकर तैयार हो जाए तो इन सभी इकाइयों को अपने कार्यक्रम आसानी से आयोजित करने में सफलता मिल सकेगी।
किसी काम का नहीं बेशकीमती भवन
उद्योग संघों के पदाधिकारियों का कहना है कि निर्माण की शुरूआत में विभाग को जरुरतों के बारे में बता गया था। 2.66 करोड़ खर्च हाेने के बाद भी भवन काफी छोटा बन गया है और बड़ी औद्योगिक इकाइयों से संबंधित कार्यक्रम यहां नहीं हो सकते। भवन के अभाव में औद्योगिक इकाइयों, उद्यमी एवं व्यापारियों को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए प्राइवेट होटल्स का सहारा लेकर वहां पर मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है।
एग्जिबिशन सेंटर के पास वाली सड़क का एस्टीमेट लद्यु उद्योग निगम से प्राप्त कर उसे स्वीकृति के लिए भोपाल भेज दिया गया है।
- विनीत रजक जीएम, डीआईसी
Created On :   2 Dec 2025 5:42 PM IST












