विभाजन और सियासती प्रश्नों पर अजित पवार का 'नो कमेंट्स'

विभाजन और सियासती प्रश्नों पर अजित पवार का नो कमेंट्स
कहा केवल विकास और लंबित मसलों पर करें बात

डिजिटल डेस्क, पुणे। उपमुख्यमंत्री बनने के बाद अजित पवार शुक्रवार को पहली बार पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ शहर के दौरे पर आए थे। यहां मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने किसी भी राजनीतिक सवाल और आरोप - प्रत्यारोपों पर बात करने से मना कर दिया। चाहे शरद पवार का बयान हो या विपक्षी दलों के नेताओं की टीका - टिप्पणी या आरोप -प्रत्यारोप हो उन्होंने हर सवाल का जवाब ' नो कमेंट्स' से ही दिया। लंबित मसलें हों या विकासकाम ऐसे किसी भी मसले पर सवाल पूछने का आग्रह उन्होंने कहा।

पिंपरी चिंचवड़ मनपा मुख्यालय में मीडिया से की गई बातचीत में पवार ने कहा कि, शुरू से ही मैं किसी भी विकास कार्य और लंबित मासलों पर ही ध्यान केंद्रित करना पसंद करता हूं, यह मेरा जुनून है। तलेगांव में जनरल मोटर्स उद्योग बंद हो गया है। देखना होगा कि हुंडई का प्रोजेक्ट वहां कैसे आएगा। वह इसके लिए प्रयास करेंगे। पुणे जिले के बांधों पर पुनर्विचार करना होगा। इन बांधों से बिजली उत्पादन कैसे शुरू किया जाए? हमें इस बारे में सोचना होगा। मुलशी, मावल में टाटा बांध और पहाड़ों से कोंकण तक बहने वाले पानी को कैसे संग्रहित किया जा सकता है और शहर के लिए उपयोग किया जा सकता है, इस पर विचार किया जाएगा।

हम इस समय दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं। आगे हमें शीर्ष तीन में रहना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। हम जल्द ही देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की बनाना चाहते हैं। देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए महाराष्ट्र भविष्य में बहुत अच्छा काम करने जा रहा है। हमने इसके लिए काम शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विश्वास जताया कि भारत की भावी अर्थव्यवस्था में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 1 ट्रिलियन डॉलर होगी। पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहर क्षेत्र में मेट्रो के विस्तार के लिए समीक्षा की जा रही है। पवना बांध से वाटर चैनल की समस्या दूर होगी। साथ ही पुणे-नासिक रेलवे लाइन भी जल्द ही बिछने वाली है। शहर के बढ़ते विस्तार को लेकर वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात करेंगे। नए क्षेत्र में सभी बुनियादी ढांचे और पानी की उपलब्धता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पिंपरी चिंचवड़ में ही साइंस सिटी हो ऐसी जैसी कोई बात तय नहीं थी। यह कोई शहरी परियोजना नहीं है। इसमें केंद्र सरकार की बड़ी हिस्सेदारी है, वह प्रोजेक्ट वहीं होगा जहां केंद्र सरकार कहेगी। उस परियोजना के लिए कम से कम 30 एकड़ भूमि अपेक्षित है। ऐसी ही एक जगह है पुणे के मुंडवा में, उस स्थान पर विचार चल रहा है।

शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल होने के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पहली बार पिंपरी-चिंचवड़ शहर आए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेता, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने जोरदार जयकारों के साथ उनका स्वागत किया। अजित पवार का रावेत के मुकाई चौक पर फूलों की सजावट और सोलापुर से मंगवाई गई 550 किलो की विशाल माला पहनाकर स्वागत किया गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि, मैंने आज की बैठक में किसी को भी आमंत्रित नहीं किया, यहां तक कि अपनी पार्टी के पदाधिकारियों को भी नहीं। कुछ मेरे प्यार के लिए आये हैं। अगर मैं अपनी पार्टी के लोगों को नहीं बुलाता हूं तो बीजेपी-शिवसेना के पदाधिकारियों को बुलाने का सवाल ही नहीं उठता। कई लोग काम करते हुए भी खबरें फैला रहे हैं। ऐसी खबरें उड़ी थीं कि अजित पवार मुख्यमंत्री का काम कर रहे हैं लेकिन हम एक-दूसरे पर भरोसा करके काम कर रहे हैं। हमारी सरकार मजबूत है, हमारे पास 200 से ज्यादा विधायकों का समर्थन हैं। सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और जिसे जो जिम्मेदारी दी गई है वह उसे ईमानदारी से निभाएगा।

Created On :   25 Aug 2023 6:43 PM IST

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