शक के घेरे में डीआरडीओ वैज्ञानिक कुरुलकर का रूस दौरा- 15 मई तक बढ़ी हिरासत

शक के घेरे में डीआरडीओ वैज्ञानिक कुरुलकर का रूस दौरा- 15 मई तक बढ़ी हिरासत
डीआरडीओ के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर की जांच में अहम खुलासा हुआ। सूत्रों के मुताबिक, कुरुलकर पिछले साल डिप्लोमेटिक पासपोर्ट पर रूस गए थे।

डिजिटल डेस्क, मुबई, आशीष सिंह। हनी ट्रैप में देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम खुफिया जानकारी लीक करने के मामले में गिरफ्तार डीआरडीओ के वैज्ञानिक और निदेशक प्रदीप कुरुलकर की जांच में अहम खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, कुरुलकर पिछले साल डिप्लोमेटिक पासपोर्ट पर रूस गए थे। जांच एजेंसियों को आधिकारिक तौर पर अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि उनकी रूस यात्रा किस बारे में थी, वहां वह किससे और किसलिए मिले। कुरुलकर ने पूछताछ में सिर्फ इतना बताया कि वह आधिकारिक काम से रूस गए थे। इससे ज्यादा जानकारी वह साझा नहीं कर रहे हैं।

मामले की छानबीन में जुटी महाराष्ट्र एटीएस ने कोर्ट में प्रदीप कुरुलकर की रिमांड बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि आरोपी कई बार डिप्लोमेटिक पासपोर्ट पर विदेश गया है और इस बारे में हमें अभी तक संबंधित विभाग से दस्तावेज नहींं मिले हैं। उनके बैंक एकाउंट और हाल के कुछ सालों में हुए लेन-देन से जुड़ी जानकारियां खंगालनी हैं।

पकड़े जाने से कुछ दिन पहले कुरुलकर के मोबाइल फोन पर पाकिस्तान के एक नंबर से मेसेज आया था, "मुझे क्यों ब्लॉक किया’। एटीएस इस बारे में प्रदीप कुरुलकर से पूछताछ करना चाहती है। एजेंसी को इस मामले में कुरुलकर से बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, लैपटॉप और मोबाइल फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। एटीएस की दलीलों के बाद कोर्ट ने प्रदीप कुरुलकर की कस्टडी 15 मई तक के लिए बढ़ा दी है।

कौन हैं वे महिलाएं

एटीएस ने कोर्ट को बताया कि डीआरडीओ के गेस्ट हाउस पर डीआरडीओ के निदेशक और आरोपी प्रदीप कुरुलकर से मिलने कई महिलाएं आती थीं ।ये महिलाएं कौन थीं और किस वजह से डीआरडीओ के संवेदनशील क्षेत्र में आती थीं, इसकी जांच जारी हैं।

क्या है नियम

अगर कोई वरिष्ठ सरकारी अघिकारी विदेश जाता है और अपने डिप्लोमेटिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करता है, तो उसकी जानकारी देना अनिवार्य है। वापस लौटने पर उसे डिप्लोमेटिक पासपोर्ट जमा करना पड़ता है। लेकिन कुरुलकर के रूस के दौरे को लेकर जांच में जुटी एजेंसियों को कुछ पता नहीं चला है। यह जानकारी इसलिए अहम है, क्योंकि इसी दौरान कुरुलकर हनी ट्रैप में थे।

हनी ट्रैप में कैसे फंसाते हैं पाकिस्तानी एजेंट

मिलिट्री इंटेलिजेंस के सूत्रों के मुताबिक, हाल के कुछ सालों में पाकिस्तान द्वारा ऑपरेटेड हनी ट्रैप में पाकिस्तानी एजेंट दो तरह से अपने ऑपरेशन को अंजाम देते हैं। पहले लड़की बनकर ऑपरेट कर रहा संदिग्ध अपने शिकार को मिलने के बहाने किसी तीसरे देश में बुलाकर किडनैपिंग के प्लान को अंजाम देते हैं।

फिर, पाकिस्तान में बैठा एजेंट आपकी निजी जानकारियां और विडियोज का इस्तेमाल कर ब्लैकमेल कर आपको दूसरे देश में बुलाता है और बेहद क्लासिफाइड इन्फॉर्मेशन को शेयर करने के लिए मजबूर करता है। आरोपी प्रदीप कुरुलकर अगर डिप्लोमेटिक पासपोर्ट पर विदेश गया है, तो वह किस काम से रूस गया था और किससे मिला, यह जानकारी काफी अहम हो जाती है।

Created On :   10 May 2023 6:01 PM IST

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