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51 करोड़ की लागत से ब्रिटिशकालीन इमारतों सहित अन्य में लगेंगे अग्नि रोधक उपकरण
- जेजे अस्पताल होगा फायर प्रूफ
- आग की घटनाओं में तत्काल पाया जाएगा काबू
- अस्पतालों में आग को लेकर पहले ही मिले हैं निर्देश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सबसे पुराने जेजे अस्पताल को पूरी तरह से फायर प्रूफ किया जा रहा है। इसके लिए अस्पताल को सरकार से निधि मुहैया कराई गई है। इसके तहत जेजे अस्पताल की सभी पुरानी इमारतों में आधुनिक अग्निरोधक प्रणाली कार्यान्वित की जाएगी। इन आधुनिक उपकरणों की मदद से अस्पताल में आग की घटनाओं से तत्काल निपटा जा सकेगा। राज्य सरकार द्वारा संचालित जेजे अस्पताल में रोजाना
हजारों की संख्या में मुंबई सहित राज्य के कोने-कोने से मरीज इलाज के लिए आते है। इस अस्पताल परिसर में कई ब्रिटिशकालीन इमारतें हैं, जिनमें अग्नि से सुरक्षा के लिए पुरानी प्रणाली के इलेक्ट्रिक उपकरण लगाए गए हैं। हालांकि हर वर्ष इन इमारतों का इलेक्ट्रिकल लोड ऑडिट किया जाता है, लेकिन आधुनिक उपकरणों से इसे और भी अद्यतन किया जा रहा है। अब एहतियात के रूप में इन इमारतों सहित अस्पताल परिसर में अग्नि सुरक्षा प्रणाली को और सक्षम किया जा रहा है। अग्नि सुरक्षा प्रणाली और अग्नि प्रतिबंधात्मक योजना को अमल में लाने के लिए राज्य सरकार ने 51 करोड़ रुपए की निधि मंजूर की है।
-आधुनिक उपकरणों का होगा इस्तेमाल
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि फायर सेफ्टी सिस्टम के लिए मिली निधि का उपयोग अस्पताल परिसर के सभी विभागों में किया जाएगा। स्प्रिंकलर, फायर एक्सटिंग्यूसर सहित सभी आधुनिक उपकरणों को लगाया जाएगा। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्टाफ के साथ मेडिकल स्टूडेंट को भी प्रशिक्षित करने का काम समय-समय पर फायर ब्रिगेड की मदद से किया जा रहा है। क्योंकि अस्पताल परिसर में मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए होस्टल भी है।
-अस्पतालों में आग को लेकर पहले ही मिले हैं निर्देश
कुछ दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बढ़ते तापमान के मद्देनजर गर्मियों के दौरान अस्पतालों में आग की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी राज्यों के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे। इनमें मुख्य रूप से ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन पाइपिंग क्षेत्र की सुरक्षा, स्मोक डिटेक्टर और फायर अलार्म की स्थापना, नियमित विद्युत भार ऑडिट निर्धारित शामिल हैं।
Created On :   31 March 2024 8:05 PM IST