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केईएम अस्पताल को 4 क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों का इंतजार
- नियमों में लायी गई शिथिलता
- ब्रेन डेड मरीजों के अंगों को सुरक्षित करने के साथ गंभीर मरीजों का कर सकेंगे इलाज
डिजिटल डेस्क, मुंबई । मुंबई मनपा के प्रमुख अस्पतालों में से एक केईएम अस्पताल को 4 क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों का अब भी इंतजार है। सिर्फ ब्रेन डेड रोगियों के अंगों को बचाने के लिए केईएम अस्पताल ने 6 इंटेंसिविस्ट की नियुक्ति के लिए विज्ञापन दिया था लेकिन सिर्फ दो ही विशेषज्ञों ने अपनी शर्तों के आधार पर काम करने की रुचि दिखाई है। केवल अंगों को ही नहीं बल्कि गंभीर रोगियों को भी बचाने की शर्तों पर आए इन दो विशेषज्ञों को देखते हुए अब प्रशासन ने अपने ही नियमों में शिथिलता बरतने का मन बनाया है।
केईएम अस्पताल के आईसीयू में रोगियों का इतना अधिक भार है कि यहां के इंटेंसिविस्ट के पास ब्रेन डेड रोगियों पर ध्यान केंद्रित करने का समय नहीं है। इसलिए केईएम अस्पताल प्रशासन ने सिर्फ डेड मरीजों के अंगों को दान होने तक सुरक्षित रखने के लिए छह क्रिटी केयर विशेषज्ञ की नियुक्ति करने का निर्णय लिया था। इसके लिए विज्ञापन भी दिए गए थे। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि विज्ञापन के बाद कुछ डॉक्टरों ने रुचि दिखाई थी। लेकिन इसमें भी उन्होंने कुछ शर्तें रखी थी। इन डॉक्टरों का कहना था कि वे सिर्फ अंगों को बचाने के लिए नहीं बल्कि अन्य गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए बतौर इंटेंसिविस्ट काम करना चाहते है। इन शर्तों के आधार पर आखिरकार दो डॉक्टरों की नियुक्ति हो पाई।
नियम में लाई जा रही शिथिलता
अस्पताल की डीन डॉ. संगीता रावत ने दो क्रिटी केयर विशेषज्ञों की नियुक्ति की गई है। शेष 4 विशेषज्ञों का अब भी अस्पताल को इंतजार है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में क्रिटिकल केयर प्रबंधन को और सक्षम करने की दिशा में प्रशासन कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में क्रिटी केयर विशेषज्ञों की नियुक्ति के लिए बनाए गए नियमों में शिथिलता लायी जा रही है। नए नियम के तहत अब ब्रेन डेड मरीजों के अंगों को सुरक्षित करने के साथ-साथ वे आईसीयू, एमआईसीयू में भर्ती गंभीर मरीजों का भी इलाज कर सकेंगे।
प्रशिक्षित होंगे डॉक्टर
इन नवनियुक्त विशेषज्ञों को और प्रशिक्षित करने के के लिए प्रशासन ने एक वरिष्ठ इंटेंसिविस्ट की नियुक्ति की है। क्रिटिकल टीम अब संभावित अंग दाताओं को सर्वोत्तम ऑक्सीजन स्तर पर बनाए रखने का कार्य करेगी ताकि दाता को एक अच्छा अंग मिल सके। ब्रेन-डेड मरीजों के ब्लड प्रेशर और हार्ट फंक्शन को बनाए रखने का भी काम टीम करेगी। नियुक्त होनेवाले क्रिटी केयर विशेषज्ञों को हर माह मानधन के रूप में एक लाख 20 हजार रुपए दिए जाएंगे।
Created On :   10 Jun 2023 7:43 PM IST