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आम नागरिकों के लिए खोला गया लोअर परेल (डिलायल) रोड ब्रिज
- एनएम जोशी मार्ग पश्चिम की ओर गणपतराव कदम लेन का काम पूरा
- ईस्ट साइड के काम में भी आई तेजी
- पैदल यात्रियों के लिए दोनों तरफ एस्केलेटर
डिजिटल डेस्क, मुंबई. लोअर परेल (डिलायल) पुल का पश्चिमी लेन, लोअर पारेल, वर्ली और करी रोड के एक हिस्से को यातायात के लिए गुरुवार को खोल दिया गया। इस मार्ग के खुल जाने से नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। हालांकि पूर्व की ओर जाने वाले पुल का शेष चरण जुलाई 2023 के अंत तक खोले जाने की उम्मीद है। पूर्व में भी पुल के काम में भी तेजी आई है। मुंबई मनपा ब्रिज विभाग के मनपा उपायुक्त उल्हास महाले और प्रमुख अभियंता संजय कौंडन्यपुरे ने ब्रिज की ओपनिंग की। इस अवसर पर मुंबई ट्रैफिक विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।
ट्रैफिक पुलिस के निर्देश पर लोअर परेल पश्चिम में सेनापति बापट मार्ग जंक्शन से गणपतराव कदम मार्ग पर उर्मी एस्टेट और पेनिनसुला कॉरपोरेट पार्क से रेलवे स्पैन तक की लेन को यातायात के लिए खोल दिया गया है। इसी पुल पर बाईं दिशा की तरफ एनएम जोशी मार्ग से दादर की ओर जाने वाले लेन को भी खोल दिया गया। डिलाईल रोड ब्रिज के पूर्वी हिस्से का कुछ काम अभी पूरा नहीं हुआ है। पुल पर यातायात के लिए रैंप के साथ-साथ कंक्रीटीकरण, डामरीकरण, स्ट्रीट लाइट, पेंटिंग आदि के कार्य अभी बाकी हैं। पुल विभाग इन कार्यों को जुलाई अंत तक पूरा कर आवागमन के लिए खोल सकता है।
पैदल यात्रियों के लिए दोनों तरफ एस्केलेटर
लोअर परेल ब्रिज का पुनर्निर्माण पश्चिम रेलवे और मनपा ब्रिज विभाग द्वारा किया जा रहा है। पुल का निर्माण रेलवे सेक्शन में एक पुराने प्लेट गर्डर की जगह दो नए ओपन वेब गर्डर से किया गया है। रेलवे सेक्शन को पार करने के लिए पैदल चलने वालों की सुरक्षा के लिए खुले वेब गर्डर के बाहरी तरफ एक फुटपाथ का निर्माण किया गया है। मनपा क्षेत्र में चार सीढ़ियां और दो एस्केलेटर बना कर फुटपाथ से जोड़ा जाएगा।
ब्रिज के नीचे अतिरिक्त भूमिगत मार्ग
पुराने लोअर परेल ब्रिज का निर्माण मिट्टी और पत्थर का उपयोग करके किया गया था। इसलिए साइड सर्विस रोड बहुत संकरी हो गई थी। सर्विस रोड तक जाने के लिए केवल एक सबवे उपलब्ध था। लेकिन अब स्टील गर्डर का उपयोग कर नवनिर्मित लोअर पारेल ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, जिससे ब्रिज के नीचे क्रॉसिंग के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध होगी। साथ ही साइड सर्विस लेन भी पहले से ज्यादा चौड़ी हो गई है।
लोअर परेल पुल
90 मीटर लंबाई और 1100 टन वजन के दो गर्डर लगाना चुनौतीपूर्ण रहा।
2022 अक्टूबर में दक्षिणी भाग को गिराने का काम बीएमसी को सौंपा गया था।
22 जून 2022 को पहला स्टील गर्डर लॉन्च किया।
24 सितंबर 2022 को दूसरा स्टील गर्डर लॉन्च।
87 प्रतिशत काम पूरा।
2023 जुलाई तक काम पूरा होने की उम्मीद।
138 करोड़ रुपए खर्च हुए ब्रिज के निर्माण पर।
Created On :   1 Jun 2023 10:26 PM IST