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Mumbai News: नतीजे टलने पर मुख्यमंत्री ने अब राज्य चुनाव आयोग को सुधार करने दी नसीहत, विपक्ष मे बताया सरकार और चुनाव आयोग की मैच फिक्सिंग

- मैंने पिछले 30 साल में घोषित चुनाव और नतीजे की तारीख टलना पहली बार देखा
- मुख्यमंत्री ने अब राज्य चुनाव आयोग को सुधार करने दी नसीहत
- चुनाव आयोग अब सर्कस बन चुका है- आदित्य ठाकरे
Mumbai News. मतगणना की तारीख टलने से नाराज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य चुनाव आयोग पर भड़क गए हैं। मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में राज्य चुनाव आयोग को प्रक्रिया में सुधार करने की नसीहत दी है। जिससे कि आगे के चुनावों में दोबारा ऐसी नौबत न आए। मंगलवार को बाम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ के राज्य के सभी स्थानीय निकाय चुनावों की मतगणना 3 दिसंबर के बजाय 21 दिसंबर को कराने के निर्देश दिया। इस पर बांद्रा पूर्व में मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल 24 नगर परिषदों और नगर पंचायतों का चुनाव टला है। इसके लिए 264 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव परिणाम को रोक कर रखना उचित नहीं है पर नागपुर खंडपीठ के निर्देश का पालन सभी को करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पिछले 30 साल से स्थानीय निकाय चुनावों को देख रहा हूं। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि घोषित चुनाव को टाला जा रहा है। अब मतणगना की तारीख भी टल गई है। यह पूरा तरीका ठीक नहीं है। राज्य चुनाव आयोग को जिला परिषद, पंचायत समिति और महानगर पालिकाओं का चुनाव कराना है। इसलिए राज्य चुनाव आयोग को प्रक्रिया में सुधार करना चाहिए। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आगामी चुनाव में दोबारा ऐसी नौबत न आए। फडणवीस ने कहा कि व्यवस्था की नाकामी के कारण उम्मीदवारों के उम्मीदवारों पर पानी फिर गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे मालूम नहीं है कि राज्य चुनाव आयोग का वकील कौन है? लेकिन कानून का एकदम गलत व्याख्या की गई है। केवल किसी के आदलत में जाने से चुनाव को टालना किसी भी सिद्धांत के अनुरूप नहीं है।
सरकार और चुनाव आयोग की मैच फिक्सिंग- वडेट्टीवार
नागपुर में कांग्रेस के विधानमंडल दल नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि प्रदेश सरकार और राज्य चुनाव आयोग के बीच मिलीभगत और मैच फिक्सिंग है। सत्तारूढ़ भाजपा वोट चोरी करने और ईवीएम मशीन में गड़बड़ी करके नतीजे अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है। यदि भाजपा सरकार की भूमिका ईमानदार और प्रमाणिक है तो बाम्बे हाईकोर्ट के नागपुर खंडपीठ के मतगणना 21 दिसंबर को कराने के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करे और वोटों की गिनती 3 अथवा 4 दिसंबर को कराए। वडेट्टीवार ने कहा कि कई जगहों पर सत्तारूढ़ दलों के विधायक ही निकाय चुनाव में पैसे बांटने का आरोप लगा रहे हैं। सतारूढ़ दल पैसों के बल पर निकायों पर कब्जा जमाना चाहते हैं।
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चुनाव आयोग अब सर्कस बन चुका है- आदित्य ठाकरे
दादर स्थित शिवसेना भवन में शिवसेना (उद्धव) के विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग अब मजाक और सर्कस बन चुका है। यदि 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित होते तो उसका असर 20 दिसंबर को होने वाले 24 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव पर असर पड़ सकता था। इसके लिए पूरा दोष चुनाव आयोग को देना ठीक नहीं होगा। लेकिन यह सच है कि राज्य चुनाव आयोग के प्रक्रिया में खामियां है। इस कारण ही कई निकायों के चुनाव को टालने की नौबत आई है।
Created On :   2 Dec 2025 9:32 PM IST













