हाई ड्रामे का ऐसे हुआ अंत: यूट्यूबर ने ऑडिशन के लिए बुलाकर 17 बच्चों को बंधक बनाया, मारा गया

यूट्यूबर ने ऑडिशन के लिए बुलाकर 17 बच्चों को बंधक बनाया, मारा गया
  • पूर्व मंत्री से बकाया के लिए वेबसीरीज के ऑडिशन के नाम पर 100 बच्चों को बुलाया
  • वीडियो जारी कर मांगें रखीं, तीन घंटे चला ड्रामा
  • एयर गन लिए था आरोपी, 10 से 15 साल के थे सभी बच्चे

Mumbai News. पवई इलाके में गुरुवार को वेब सीरीज के ऑडिशन के बहाने रोहित आर्य नामक ‘यूट्यूबर’ ने 17 बच्चों, 2 महिलाएं और 1 बुजुर्ग को बंधक बना लिया। तीन घंटे चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस ने उसे मार गिराया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सटीक ऑपरेशन के कारण सभी 20 बंधकों को सकुशल बचा लिया गया। आरोपी की पहचान रोहित आर्या के रूप में हुई है और वह पुणे का रहने वाला था। इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।

परिमंडल 10 के पुलिस उपायुक्त दत्ता नलावडे ने कहा कि आरोपी ने वेब सीरीज के ऑडिशन के बहाने सबको बुलाया और उन्हें बंधक बना लिया था। 17 बच्चे, 2 महिलाएं, 1 बुजुर्ग समेत 20 लोगों को बंधक बनाने के बाद आरोपी ने एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें स्टूडियो में आग लगाकर सभी को मारने की धमकी दी थी।

पवई की महावीर क्लासिक बिल्डिंग के आरए स्टूडियो में दोपहर 1 से 4 बजे के बीच हुए घटनाक्रम ने पूरी मायानगरी को दहला दिया। 50 वर्षीय आरोपी रोहित आर्य ने 10 से 15 साल के 100 बच्चों को वेबसीरीज के ऑडिशन के नाम पर बुलाया था। यह ऑडिशन दो दिन चलना था। ऑडिशन के दौरान ही उसने 17 बच्चों समेत 20 लोगों को एक कमरे में बंद कर दिया। बंधक बनाने के बाद आर्य ने वीडियो जारी कर खुद के आतंकी न होने का दावा किया, लेकिन धमकी दी कि उसे कुछ हुआ तो बच्चों को नुकसान होगा। मुंबई पुलिस को इसकी सूचना दोपहर करीब डेढ़ बजे मिली। इसके बाद कमांडोज और पुलिस ने स्टूडियो की घेराबंदी की। डीसीपी दत्ता नलावड़े के नेतृत्व में पुलिस ने बाथरूम के रास्ते से ‘फोर्स एंट्री’ की। इस दौरान, रोहित ने पुलिस टीम पर एयर गन से हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने एक राउंड फायर किया, जिससे आर्य घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां शाम 5:15 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से केमिकल बरामद किया है।

2 करोड़ रुपए का बिल बकाया था

महाराष्ट्र की पिछली शिंदे सरकार में स्कूली शिक्षा मंत्री रहे दीपक केसरकर ने कहा कि रोहित को ‘मेरी पाठशाला, खूबसूरत पाठशाला’ का काम मिला था। उनका करीब दो करोड़ रुपए बकाया था। हालांकि, विभाग ने कहा है कि उन्हें भुगतान हुआ है। सरकारी काम का एक तरीका होता है। उसके प्रति सहानुभूति रखते हुए, व्यक्तिगत चेक के जरिए उसकी मदद की है। इसलिए, बच्चों को इस तरह बंधक बनाकर रखना गलत है।

वीडियो में बोला, आपकी गलती मुझे भड़का सकती है

रोहित ने बंधक प्रकरण के दौरान वीडियो जारी किया। इसमें कहा, ‘मैं रोहित आर्य। आत्महत्या करने के बजाय मैंने एक योजना बनाई है। कुछ बच्चों को बंधक बनाया है। मेरी मांगें हैं। वे बहुत ही सरल, नैतिक और सैद्धांतिक हैं, और मेरे कुछ सवाल हैं। मुझे कुछ लोगों से सवाल पूछने हैं। उनके जवाब पर कोई प्रतिप्रश्न होगा, तो वह भी करूंगा।

न मैं आतंकी हूं और न ही मेरी कोई बड़ी पैसों की मांग है। मेरी कोई भी मांग अनैतिक या अवैध नहीं है। मुझे केवल कुछ लोगों से बात करनी है, जिसके लिए मैंने बच्चों को बंधक बनाया है। यह मैंने एक योजना के तहत किया है, ताकि चीजें बदलें। जो का म मैं सच में करने वाला हूं, मैं जिंदा रहा तो करूंगा और मर गया तो कोई और करेगा, लेकिन यह काम जरूर होगा। यह बातचीत इन बच्चों के साथ ही होगी, बशर्ते इन्हें कोई नुकसान न पहुंचे। क्योंकि, आपकी छोटी सी भी गलती या गलत कदम मुझे भड़का सकता है। इसका परिणाम बुरा हो सकता है।’

रोहित पुणे का रहने वाला था। आरए स्टूडियो में ऑडिशन लेता था। यूट्यूब चैनल भी चलाता था।

जांच में खुलासा हुआ है कि रोहित शिवसेना (शिंदे) सरकार में शिक्षा मंत्री रहे दीपक केसरकर से अपने काम के बकाया बिल का भुगतान चाहता था। उसने कई बार केसरकर के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था। पुलिस का मानना है कि सरकारी तंत्र का ध्यान खींचने और पैसे वसूलने के लिए ही उसने बच्चों को बंधक बनाने का षड्यंत्र रचा था। पवई पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। कांग्रेस ने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है।

बकाया बिल के लिए रचा था ड्रामा

पूर्व स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि रोहित को ‘मेरी पाठशाला, खूबसूरत पाठशाला’ का काम मिला था। लेकिन विभाग ने कहा है कि उन्हें भुगतान हुआ है। सरकारी काम करने का एक तरीका होता है। उसके प्रति सहानुभूति रखते हुए, उन्होंने व्यक्तिगत चेक के जरिए उसकी मदद भी की है। इसलिए, बच्चों को इस तरह बंधक बनाकर रखना गलत है।

Created On :   31 Oct 2025 5:03 PM IST

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