नागपुर दुरंतो में एसी क्लास को नो रिस्पॉन्स, सीटें जा रही खाली

नागपुर दुरंतो में एसी क्लास को नो रिस्पॉन्स, सीटें जा रही खाली
  • 6 स्लीपर कोच निकालकर जोड़ें हैं थर्ड एसी कोच
  • भीड़ के कारण स्लीपर यात्रियों की बढ़ी परेशानी

सुजीत गुप्ता , मुंबई । मुंबई-नागपुर-मुंबई ट्रेन संख्या 12289/90 दुरंतो में सफर करने वाले यात्रियों को इन दिनों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के परेशानी की मुख्य वजह ये है कि रेलवे बोर्ड ने बंद कमरों में बैठकर मुंबई नागपुर मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस के 8 स्लीपर कोच में से 6 स्लीपर कोच निकाल दिए हैं और इसकी जगह पर थर्ड एसी के कोच जोड़ दिए हैं। एसी कमरों में बैठकर लिए गए निर्णय का असर यह हो रहा है कि स्लीपर के कोच तो हमेशा की तरह फुल हैं जबकि कमाई के जिस मकसद से थर्ड एसी के सारे बर्थ स्लीपर कोच की जगह पर जोड़े गए हैं सब खाली ही जा रहे हैं। एसी क्लास को कोई रिस्पॉन्स रेलवे बोर्ड के अधिकारियों की प्लानिंग के मुताबिक नहीं मिल रहा है। एसी क्लास की सीटें खाली जा रही हैं। खाली जा रहे बर्थ पर यात्रियों का कहना है की रेलवे को यात्रियों की नहीं बल्कि कमाई की पड़ी है जिसमे भी वो फेल ही हो रही है।

नागपुर दुरंतो में एसी क्लास को नो रिस्पॉन्स : दैनिक भास्कर ने शनिवार को मुंबई से नागपुर जाने वाली ट्रेन संख्या 12289 दुरंतो एक्सप्रेस का करंट स्टेटस देखा तो स्लीपर क्लास की बुकिंग फुल बता रही थी जबकि एसी क्लास को कोई रेस्पॉन्स नहीं मिलता दिखाई दे रहा था। एसी की सभी सीटें खाली जा रही थी। थर्ड एसी में 347 सीटें ,सेकंड एसी 89 सीटें और फर्स्ट एसी में 14 सीटें खाली बता रही थी। इसी तरह 23 जुलाई से 26 जुलाई तक स्लीपर क्लास फुल बता रहा था जबकि थर्ड एसी में 325 से 530 खाली , सेकंड एसी में 29 से 43 सीटें खाली थी। इसी तरह फर्स्ट एसी में 10 से 7 सीटें खाली दिखाई दे रही थी।

रेलवे बोर्ड ने 15 जून से मुंबई- नागपुर- मुंबई ट्रेन संख्या 12289 /90 दूरंतो एक्सप्रेस के 8 स्लीपर कोच में से 6 कोच हटाकर महज 2 कोच ही रखे हैं। इस ट्रेन में सफर करने वाले अधिकतर यात्री एसी का किराया नहीं वहन कर सकते हैं। ऐसे में अपनी सुविधा के अनुसार यात्री स्लीपर क्लास में सफर करते हैं। वतर्मान में केवल दो स्लीपर के कोच होने से यात्रियों को बहुत दिक्कत हो रही है। जिन यात्रियों का कन्फर्म टिकट होता है उनकी सीटों पर वेटिंग टिकट वाले यात्री भी आकर बैठ जाते हैं। ऐसे मे उन्हें रात के समय सोने में दिक्कत होती हैं साथ ही कन्फर्म टिकट यात्री न होने के कारण सामान चोरी होने का खतरा भी बना रहता है। इस संबंध में रेल यात्री संघों ने रेलवे के संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा है।

72 बर्थ के हिसाब से दो कोच में 144 यात्री होते हैं। रेलवे के नियम के अनुसार केवल उतने ही यात्री को वेटिंग लिस्ट जारी की जाती है। जहाँ तक बात स्लीपर के 6 कोच निकालकर उसकी जगह 6 थर्ड एसी का कोच जोड़ने की है तो ये फैसला रेलवे बोर्ड का है। वो ही इसके बदलाव पर निर्णय ले सकता है। - शिवराज मानसपुरे , सीपीआरओ , मध्य रेलवे

बॉक्स सीटें जा रही हैं खाली

तारीख: 22 जुलाई, 23 जुलाई, 24 जुलाई, 25 जुलाई, 26 जुलाई, 27 जुलाई

थर्ड एसी खाली सीटें : 340 सीटें, 325 सीटें, 469 सीटें, 527 सीटें, 564 सीटें,

530 सीटें

सेकंड एसी : 88 सीटें ,31 सीटें, 14 सीटें, 25 सीटें, 39 सीटें, 42 सीटें

Created On :   22 July 2023 8:07 PM IST

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