जालना के सीड पार्क में निवेश के लिए आगे नहीं आ रही कंपनियां

जालना के सीड पार्क में निवेश के लिए आगे नहीं आ रही कंपनियां
  • विधान परिषद में कृषि मंत्री मुंडे ने दी जानकारी
  • अकोला के महाबीज को दी जाएगी मजबूती

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जालना के पानशेंद्रा में प्रस्तावित सीड पार्क में बीज उत्पादन के लिए बीज कंपनियां आगे नहीं आ रही हैं। बीज कंपनियों के तैयार होने पर राज्य का कृषि विभाग जालना में सीड पार्क स्थापित करने के बारे में फैसला लेगा। विधान परिषद में प्रदेश के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को प्रश्नकाल में शिवसेना (उद्धव गुट) के सदस्य सचिन अहिर और विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने जालना में सीड पार्क स्थापित करने के बारे में सवाल पूछा था। इसके जवाब में मुंडे ने कहा कि राज्य सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत सीड पार्क बनाने का फैसला लिया है।

केंद्र सरकार की योजना के मदद से लगभग 35 करोड़ रुपए के लागत से सीड पार्क बनाने के लिए सरकार तैयार है। इस पार्क का डीपीआर तैयार कर लिया गया है। लेकिन बीज उत्पादन के लिए कंपनियों को आगे आना चाहिए। इसके बाद ही सीड पार्क स्थापित किया जा सकेगा। एक सवाल के जवाब में मुंडे ने कहा कि राज्य की बीज उत्पादन कंपनियां तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नहीं की गई है। महाराष्ट्र में साल 2019 में 419 बीज कंपनियां हैं। कंपनियों की संख्या बढ़कर 1580 हो गई है।

महाबीज को नया स्वरूप देंगे

इस बीच मुंडे ने कहा कि प्रदेश सरकार महाराष्ट्र राज्य बीज महामंडल (महाबीज) को नया स्वरूप देकर उसको मजबूत किया जाएगा। महाबीज को मजबूती देने के लिए कृषि विभाग अलग से नीति बनाएगा। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों की तुलना में महाबीज काफी पीछे है। इसलिए महाबीज के प्रबंधन में बदलाव किया जाएगा।

Created On :   28 July 2023 7:58 PM IST

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