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शिक्षकों के बिना कैसे होगा कौशल विकास, भर्ती पर रोक के चलते पढ़ाने वाला कोई नहीं
दुष्यंत मिश्र, मुंबई । रोजगार के लिए युवाओं के कौशल विकास के नाम पर किए जा रहे नित नए दावों के बीच हकीकत यह है कि मुंबई में स्थित संस्थान में भी पिछले तीन वर्षों से विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक तक नहीं है। घाटकोपर स्थित मल्टीपर्पज टेक्निकल जूनियर कॉलेज के यांत्रिक रखरखाव (बाइफोकल 10+2) पढ़ाने के लिए पिछले दो वर्षों से शिक्षक नहीं है। शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष शरद फाटक ने बताया कि साल 2015 में विजय बोरे नाम के शिक्षक के आकस्मिक निधन के बाद एसएचसी वोकेशनल विभाग की जिम्मेदारी इकलौते शिक्षक अनिल मांजरेकर पर आ गई। इस दौरान हमारी एक और शिक्षक की मांग जारी रही लेकिन तैनाती नहीं हुई। यही नहीं साल 2019 में मांजरेकर भी सेवा निवृत्त हो गए लेकिन अब तक किसी शिक्षक को नियुक्त नहीं किया गया।
फाटक ने कहा कि हम कौशल विकास विभाग के संबंधित अधिकारियों से सामने कई बार अपनी परेशानी रख चुके हैं। शिक्षक की मांग करते हुए पत्र लिख चुके हैं लेकिन हमें जवाब दे दिया जाता है कि ऊपर से भर्ती पर रोक है। किसी तरह घंटे के आधार पर शिक्षकों को पढ़ाने के लिए बुलाया जा रहा है जिससे विद्यार्थी थोड़ा बहुत कुछ सीख पाए। इस शिक्षकों को पैसे भी संस्थान अपनी ओर से दे रहा है। फाटक ने बताया कि दाखिले ऑनलाइन किए जा रहे हैं और बाद में विद्यार्थी पढ़ने आते हैं तो उन्हें परेशानी समझ में आती है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सिखाने पढ़ाने के लिए कॉलेज में सभी तरह की साधन सामग्री उपलब्ध है लेकिन उसका इस्तेमाल कैसे किया जाए यह सिखाने के लिए शिक्षक ही नहीं है। फिलहाल इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल विषयों को पढ़ाने के लिए हमें तुरंत शिक्षकों की जरूरत है। इसके अलावा एक निदेशक और तीन अन्य शिक्षक भी सेवानिवृत्त हो चुके हैं उनकी जगह भी नई नियुक्तियां होनी है।
मंत्री लोढा ने दिया समाधान का आश्वासन
मामले में संपर्क करने पर कौशल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढा ने आश्वासन दिया कि वे जल्द ही परेशानी का हल निकालेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए कदम उठाए जाएंगे।
Created On :   8 July 2023 8:13 PM IST