26 करोड़ के लिए अधर में 106 बिजली के खंभे, निधि मुहैया नहीं हुई

26 करोड़ के लिए अधर में 106 बिजली के खंभे, निधि मुहैया नहीं हुई
  • राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजने के बाद भी निधि मुहैया नहीं हुई
  • महावितरण के खर्च होंगे 15 करोड़
  • निधि मुहैया नहीं हुई

डिजिटल डेस्क, नागपुर, नीरज दुबे | महावितरण कंपनी के अधिकारियों द्वारा पिछले दो साल से विद्युत खंभों के लिए मनपा को पत्र भेजा जा रहा है, लेकिन मनपा के विद्युत विभाग से मामले में कोई पहल नहीं हो रही है। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के निर्वाचन क्षेत्र में 106 बिजली के खंभों को अंडरग्राउंड करने की मांग महावितरण कंपनी से हो रही है। मनपा प्रशासन को अंडरग्राउंड स्ट्रीट लाइट के 106 पोल के लिए करीब 26 करोड़ रुपए की निधि की दरकार है। इस मामले में विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व महापौर प्रवीण दटके ने भी मनपा प्रशासन को कई मर्तबा सूचना दी है, लेकिन राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजने के बाद भी अब तक निधि मुहैया नहीं हो पाई है।

निधि नहीं होने से मामला अटका : करीब 10 साल पहले उपराजधानी में ऊर्जा विकास योजना के तहत दक्षिण पश्चिम मध्य क्षेत्र के त्रिमूर्तिनगर में करीब 150 खंभों को अंडरग्राउंड करना आरंभ किया गया। इन इलाकों में पन्नासे-ले आउट गोपाल नगर, खामला, भेंडे ले-आउट, जयताला का समावेश है। महावितरण की ओर से तीन केबलों को अंडरग्राउंड कर दिया गया, लेकिन मनपा के न्यूट्रल और स्ट्रीट लाइट वायर के चलते अब भी 106 खंभे इलाके में खड़े हैं। महावितरण के लगातार पत्र के बाद मनपा ने 26 करोड़ की लागत से पुरानी स्ट्रीट लाइट के बदले नई लाइट और खंभे लगाने का प्रस्ताव बनाया है, लेकिन दो साल से राज्य सरकार से निधि आवंटन नहीं होने से मामला अटक गया है।

क्या है प्रकरण : त्रिमूर्ति नगर उपविभाग इलाके में करीब 150 से अधिक बिजली के खंभों को अंडरग्राउंड करना था। महावितरण के खंभों पर पांच प्रकार के वायर लगे हुए हैं। इसमें से महावितरण कंपनी के लाल, नीला और पीला वायर से घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति होती है, जबकि ग्रीन वायर से न्यूट्रल और एक वायर से स्ट्रीट लाइट को बिजली आूपर्ति होती है। वर्षों से महावितरण कंपनी के खंभों से मनपा की स्ट्रीट लाइट जलती रही है, लेकिन अब महावितरण ने आईपीडीस योजना में खुद के 3 वायरों को अंडरग्राउंड कर दिया, वहीं मनपा की ओर से स्ट्रीट लाइट के लिए व्यवस्था नहीं होने से महावितरण के खंभों पर दो वायरों की व्यवस्था बनी हुई है। हालांकि मनपा द्वारा शहरभर में फीडर पिलर आधारित नई स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है, लेकिन इन पुराने खंभों की व्यवस्था को हटाने के लिए 26 करोड़ की जरूरत है।

राज्य सरकार को भेजा प्रस्ताव : 13 फरवरी को विधायक प्रवीण दटके और चंद्रशेखर बावनकुले ने 3 साल से प्रलंबित कामों को लेकर मनपा आयुक्त के साथ बैठक की। बैठक में तत्कालीन मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी ने विधायक प्रवीण दटके के सवाल पर 106 खंभों के लिए 26 करोड़ की निधि के प्रस्ताव को प्रलंबित होने की जानकारी दी। ऐसे में विधायक दटके ने प्राथमिकता के साथ प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने का निर्देश दिए, लेकिन कई माह बाद भी निधि आवंटित नहीं हुई।

मनपा से प्रतिसाद नहीं : इस मामले को लेकर मनपा के विद्युत विभाग के कार्यकारी अभियंता अजय मानकर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन मेडिकल अवकाश पर होने के चलते संपर्क नहीं हो पाया।

महावितरण के खर्च होंगे 15 करोड़

हेमराज ढोके, कार्यकारी अभियंता, कांग्रेस नगर विभागीय कार्यालय के मुताबिक लंबे समय से स्ट्रीट लाइट के 106 खंभों को हटाने का मामला चल रहा है। कई बार मनपा प्रशासन को सूचना दी गई, लेकिन फंड की कमी के चलते मनपा ने खंभों को हटाने का प्रयास नहीं किया है। इन इलाकों में अब सीमेंट रोड बन जाने के चलते दिक्कत हो रही है। जल्द ही 40 खंभों को हटाकर वैकल्पिक ट्रांसफार्मर से स्ट्रीट लाइट शुरू की जाएगी। इस काम में महावितरण के करीब 15 करोड़ खर्च होंगे।

जल्द ही खंभों को हटाने का काम शुरू किया जाएगा

अमित परांजपे, अधीक्षक अभियंता, महावितरण के मुताबिक करीब 10 साल पुरानी एकीकृत ऊर्जा विकास योजना के तहत कांग्रेस नगर उपविभाग के अंतर्गत क्षेत्र में बिजली के खंभों को अंडरग्राउंड करने का काम हुआ है। इन पूरे काम में मनपा के 3 फेज विद्युत आपूर्ति वाले 106 स्ट्रीट लाइट बाधा साबित हो रहे हैं। मनपा प्रशासन को कई बार पत्र देकर बिजली के खंभों को हटाने का निर्देश दिया है, लेकिन कोई भी पहल नहीं हुई है। ऐसे में अब महावितरण कंपनी जल्द ही खंभों को हटाने का काम करेगी।



Created On :   14 July 2023 6:54 PM IST

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