स्वास्थ्य: 20 करोड़ से जगी आस, राहत का कैंसर इन्स्टिट्यूट

20 करोड़ से जगी आस, राहत का कैंसर इन्स्टिट्यूट

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बहुप्रतीक्षित कैंसर इन्स्टिट्यूट की राह खुल चुकी है। विदर्भ, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए इसे बड़ा ‘राहत केंद्र’ कहा जाए, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं। यह इन्स्टिट्यूट 2012 से प्रस्तावित है। कोई न कोई पेंच आता ही रहा। मगर, अब सभी पेंच सुलझ चुके हैं। 80 करोड़ की इस योजना के लिए सरकार की तरफ से 20 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। भूमिपूजन के बाद प्रारंभिक कार्य शुरू हो चुका है। नए साल में इसका निर्माण होने की उम्मीद है। 3 मंजिला इमारत तैयार करने का प्रस्ताव है। 4 वार्ड, दो ऑपरेशन थिएटर और 3 आईसीयू होंगे, साथ ही 3 कोबाल्ट मशीन और एक लिनियर एक्सलरेटर मशीन की सुविधा होगी।

अटकीं योजनाएं साकार होंगी

मेडिकल की अन्य अटकी हुई विविध योजनाओं के भी नए साल में साकार होने की उम्मीद है। इसमें रोबोटिक सर्जरी यूनिट, 80 बेड का पेइंग वार्ड, लड़कियों के लिए 450 कमरों का छात्रावास, नर्सिंग कॉलेज, कैज्युअल्टी व ट्रामा के बीच स्काय वॉक आदि तैयार होंगे। यहां की विविध योजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार ने 514 करोड़ रुपए की निधि मंजूर की है। इस निधि से 2024 में बहुत कुछ बदलाव दिखायी देगा।

अन्य योजनाएं

मेयो अस्पताल की बहुप्रतिक्षित नई प्रशासकीय इमारत का काम नये साल में पूरा हो जाएगा।

माता कचेरी में संक्रामक रोग नियंत्रण केंद्र के निर्माण की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।

मेडिकल में अत्याधुनिक ब्लड बैंक व डागा में मेट्रो ब्लड बैंक शुरू होने की उम्मीद।

सुपर स्पेशलिटी में ब्लड कंपोनेंट यूनिट शुरू होने की दिशा में प्रयास जारी है।

डेंटल कॉलेज के अत्याधुनिक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की भी होगी शुरुआत।

मेयो अस्पताल को स्थायी अधिष्ठाता मिल सकते हैं।

प्रादेशिक मनोचिकित्सालय परिसर में100 बेड का जिला अस्पताल होगा खास।

वाठोड़ा में 300 बेड के सामान्य सर्वसुविधायुक्त अस्पताल का निर्माण शुरू होगा।

Created On :   1 Jan 2024 5:48 PM IST

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