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बाजार में अचानक दिखने लगे 2000 के नोट
- छोटे व्यापारी और मजदूर वर्ग इन्हें लेने से बच रहा है
- कुछ लोग इसे लेने से भी कर रहे हैं इनकार
- नियम एक बार फिर पढ़ लीजिए, घबराने की जरूरत नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर. बाजार में सालों से गायब 2000 के नोट पिछले दो दिन से अचानक बाजार में दिखने लगे। जैसे ही इन नोटों को प्रचलन से बाहर करने की बात आई, इसे दबाए बैठे लोग बाजारों में खरीददारी करने निकल रहे हैं। इन नोटों को पेट्रोल पंप से लेकर सोना-चांदी और महंगी वस्तुओं को खरीदने में खपाया जा रहा है। लोगों मानना है कि बैंक में जाकर बदलने से अच्छा है, इन्हें खर्च कर दें। दूसरी तरफ हालात यह है कि कुछ जगह 2000 के नोट लेने से ही मना किया जा रहा है।
नोटबंदी की तरह डर
हाल ही में रिजर्व बैंक और केन्द्र सरकार ने देश भर में 2,000 रुपए के नोट को बदलने की अधिसूचना जारी है। 19 मई को जारी अधिसूचना के मुताबिक 23 मई से 30 सितंबर 2023 तक नोट को बदलने का निर्देश दिया है। अधिसूचना में स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है, कि 30 सितंबर तक नोट बदलने की सुविधा देने के बाद भी नोट का प्रचलन अवैध साबित नहीं होगा। बावजूद इसके पिछले 48 घंटों से उपराजधानी समेत व्यापारिक क्षेत्र में नोटबंदी मानकर अघोषित पाबंदी कर दी जा रही है। सामान्य नागरिक नोटबंदी के डर के चलते सब्जी खरीदने, पेट्रोल भरने समेत अन्य प्रचलन में 2,000 रुपए के नोट लाने का प्रयास कर रहे है। वहीं दूसरी ओर छोटे दुकानदार, व्यापारी और पेट्रोल पंप संचालक भी खासे खौफ में हैं। ऐसे में नोट को लेने से परहेज करने से आम नागरिक बेहद परेशान हो रहे हैं।
सोने की खरीदारी बढ़ी : जब से 2000 का नोट प्रचलन से बाहर होने की घोषणा की है। इसके बाद पिछले दो दिनों से अचानक सोना-चांदी खरीदने वालों का भुगतान कैश में 2000 के नोट से हो रहा है। इसके चलते बाजार में करीब 5 से 10 प्रतिशत खरीदारी बढ़ी है। हालांकि सराफा व्यापारी भी इसके लेन-देन में सवाधानी रख रहे हैं। उन्हें लगता है कहीं कुछ नए नियम न आगे निकल आए।
छोटे व्यापारी लेने से कर रहे इनकार
फ्रूट और अनाज बाजार में अचानक से 2000 रुपए का नोट भुगतान में निकल आया है। इसमें बड़े व्यापारियों को परहेज नहीं है, मगर छोटे व्यापारी इससे लेने से इनकार कर रहे हैं।
नोट लेने से इनकार करने पर प्रकरण भी दर्ज करा सकते हैं : 2 हजार का नोट कानूनी और वैध मुद्रा है, जिसे लेने से इनकार करना आईपीसी के तहत अपराध है। यदि कोई व्यक्ति या दुकानदार सरकारी वैध मुद्रा को लेने से इनकार करे तो आईपीसी की धारा 489(ए) और 489(इ) और करेंसी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है।
नियम एक बार फिर पढ़ लीजिए, घबराने की जरूरत नहीं
2000 के नोट से लेन-देन अवैध नहीं है। इसे 23 मई से 30 सितंबर 2023 के बीच बैंक में देकर बदल सकते हैं। एक बार में 20 हजार के नोट एक्चेंज किए जा सकते हैं। कोई कई बार बैंक में जाकर इसे बदल सकता है, इसमें कोई सीमा तय नहीं की गई है। दूसरी तरफ अपने खाते में बिना किसी लिमिट के कितने भी 2000 के नोट जमा किए जा सकते हैं।
पेट्रोल पंप पर चला रहे नोट
पेट्रोल पंप संचालकों की ओर से नोटबंदी के दंश को लेकर अपनी व्यथा सुनाई जा रही है। नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान प्रशासन और रिजर्व बैंक ने 500 और 1,000 रुपए के नोट को नागरिकों से स्वीकार करने का निर्देश दिया था। ऐसे में शहर समेत देश भर के पेट्रोल पंप संचालकों ने पाबंद नोट को स्वीकार किया था। नोट को स्वीकार नहीं करने पर पुलिस, जिला प्रशासन और पेट्रोलियम कंपनी को शिकायत तक की गई। ऐसे में मजबूरन पेट्रोल पंप संचालकों ने पाबंद नोट को स्वीकार किया, लेकिन इन नोटों को बैंक में जमा कराने पर आयकर विभाग से कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। कई पंप संचालकों को आयकर विभाग ने दंडात्मक कार्रवाई की है। इस कार्रवाई की अपील अब भी आयकर विभाग में प्रलंबित बनी हुई है। यही वजह है कि अब 2,000 रुपए की नोट के लिए भी पेट्रोल पंप संचालकों में डर बना हुआ है, हालांकि पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के पदाधिकारी किसी भी तरह की पांबदी अथवा मनाही से स्पष्ट इनकार कर रहे हैं। आरबीआई की अधिसूचना जारी होने से पहले सामान्य तौर पेट्रोल पंप 2,000 रुपए के तीन से पांच नोट आते थे, लेकिन अब रोजाना 15 से 20 नोट लेकर ग्राहक आ रहे हैं।
सर्राफा में भुगतान बढ़ा
राजेश रोकड़े, सचिव, नागपुर सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक कुछ सालों से 2000 का नोट कम ही देखते को मिलता था, मगर शुक्रवार के बाद से सोना-चांदी खरीदने में 2000 के नोटों का प्रचलन अचानक से बढ़ गया। हालांकि हम भी उक्त रकम लेने में सतर्कता बरत रहे हैं। 50 हजार के बिल पर केवाईसी ले रहे हैं, तो किस आदमी ने कितने 2000 के नोट दिए हैं, उसका भी हिसाब रख रहे हैं। उनसे हस्ताक्षर भी ले रहे हैं, ताकि भविष्य में आने वाले किसी भी तरह की दिक्कत से बच सकें।
20% भुगतान 2000 के नोट से
राजेश छाबरानी, एपीएमसी के पूर्व डायरेक्टर व वर्तमान फ्रूट मार्केट अध्यक्ष के मुताबिक कलमना बाजार हो या फ्रूट बाजार दो दिन से भुगतान में 2000 का नोट निकल रहा है, जो पहले दिखने में भी नहीं आता था। बड़े व्यापारियों को भुगतान करने में उससे कोई समस्या नहीं आ रही है, मगर फुटकर व्यापारी और मजदूर वर्ग 2000 के नोट लेने से कतरा रहा है। भले ही उन्हें कितने भी नियम बता दें। पिछले दो दिनों में 20 प्रतिशत भुगतान में 2000 के नोट शामिल हो गए।
सब्जी बेचने वाले भी कतरा रहे
बिनोद भैसे, अध्यक्ष कलमना मार्केट एसोसिएशन के मुताबिक सब्जी मार्केट में बड़े व्यापारियों के बीच 2000 के नोटों से भुगतान स्वीकार किया जा रहा है, क्योंकि हमें पता है कि हम उसे बैंक में जमा कर सकते हैं। अचानक से रुका हुआ भुगतान भी इन नोटों से आ रहा है। हालांकि छोटे सब्जी बिक्रेता इससे भुगतान लेने में कतरा रहे हैं।
लोग पेट्रोल पंप पर दे रहे हैं अधिकांश 2000 के नोट
अमित गुप्ता, उपाध्यक्ष, पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के मुताबिक केन्द्र सरकार से 2000 के नोट को बदलने के लिए सभी बैंक में सुविधा दी गई है। ऐसे में पेट्रोल पंप पर 100 और 200 रुपए के पेट्रोल के बदले में 2000 रुपए का नोट देने से असुविधा होती है। हालांकि शहर में कोई भी पेट्रोल पंप संचालक 2000 रुपए के नोट लेने से मना नहीं कर रहे हैं। लेने में थोड़ा हिचकता जरूर है। अधिकांश लोग पेट्ोल पंप पर इसे देने का प्रयास कर रहे हैं।
Created On :   22 May 2023 5:09 PM IST