मार्गदर्शन: सावधानी में ही सुरक्षा, साइबर क्राइम से बचने के बताए टिप्स

सावधानी में ही सुरक्षा, साइबर क्राइम से बचने के बताए टिप्स
छात्र-छात्राओं को किया मार्गदर्शन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हिस्लॉप कॉलेज सिविल लाइंस में साइबर क्राइम, नारकोटिक्स व व्यक्तिगत सुरक्षा पर विद्यार्थियों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस विभाग की ओर से बुलाए गए अतिथियों ने विद्यार्थियों से कहा कि यह तो सभी जानते हैं कि सावधानी में ही सुरक्षा है, इसके बाद भी लोग साइबर अपराधियों की ठगी के शिकार हो रहे हैं। मादक पदार्थ जीवन के लिए घातक है। यह हर कोई जानता है फिर भी इसकी लत के शिकार हो रहे हैं।

अज्ञात संदेश का जबाब न दें : इसी तरह व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर सावधान रहने की जरुरत है। सोशल मीडिया पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजा गया किसी भी प्रकार के संदेश का जबाब न दें, अगर जबाब दे रहें हैं तो सोच समझकर दें। अतिथियों ने कहा कि छात्र - छात्राएं तभी सुरक्षित हैं जब उनके मोबाइल पर किसी भी सोशल मीडिया पर आए संदेश का सोच समझकर जबाब देंगे। विद्यार्थियों काे बताया गया कि वर्ष 1985 में नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्‍ट है, जिसका नाम एनडीपीएस एक्‍ट है। किसी भी नशीले पदार्थ की गैर- कानूनी ढंग से खेती, उत्पादन, निर्माण,भंडारण, विक्री, परिवहन करना प्रतिबंधित है। इसे प्रतिबंधित किया जाना ही एनडीपीएस एक्ट का मुख्य उद्देश है।

अधिकांश युवा ही ठगी के शिकार : साइबर व नारकोटिक्स के प्रकार और इससे बचाव के बारे में अतिथियों ने बताया। साइबर अपराधी साइबर फ्राड के नए- नए हथकंडे अपनाते हैं। साइबर पुलिस थाने में अधिकांश युवा ही ठगी के शिकार होते हैं। यह बात साइबर पुलिस थाने में युवक - युवतियां की कतार देखकर पता चलती है। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में एपीआई विजया वंजारी, पुलिस दीदी सारिका ठाकरे प्रमुखता से उपस्थित थे। इस अवसर पर हिस्लाप कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन नागपुर के अध्यक्ष व वाइस प्रिंसीपल विजय नायडू, मौसमी भोवाल व छात्र - छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

ऐसे रहें सावधान : एपीआई वंजारी ने विद्यार्थियों से कहा कि साइबर क्राइम से ऐसे बचा जा सकता है। अज्ञात व्यक्ति के भेजे गए ईमेल या संदेश में दी गई लिंक पर क्लिक न करें, कोई भी बेवसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें, आॅनलाइन खरीदी करते समय विश्वसनीय साइट से ही खरीदी करें, ऑनलाइन पैसे भरते समय लॉक चिन्ह देखें और यूआरएल एचटीटीपीएस खुला है कि नहीं देखें। आपके मोबाइल पर एचटीटीपी खुला है तो सावधान रहें।

लालच से बचें : कम्प्यूटर में भी अच्छा एंटी वायरस का उपयोग करें, नि:शुल्क वाइफाइ का उपयोग करने से बचें, हमेशा सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें, साफ्टवेयर या एप डाउनलोड करते समय पुष्टि कर लें, ऑनलाइन योजना में पैसे जीतने के लालच से बचें।

मुसीबत में करें ये नंबर डायल : पुलिस दीदी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जब भी किसी मुसीबत में फंसे हों तो आप डायल 112,1098,1930 पर काल करके मदद मांग सकते हैं। इसके साथ ही महिला अत्याचार पोक्सो के नियम के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर भी विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी दी गई।

Created On :   22 Sept 2023 3:00 PM IST

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