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आतंकी पाशा का 24 तक बढ़ा पीसीआर
- नितीन गडकरी को धमकी भरा फोन कर फिरौती मांगने का मामला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कर्नाटक की बेलगांव जेल से प्रॉडक्शन वारंट पर नागपुर लाया गया आतंकी बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ "अफसर पाशा' का बुधवार को पुलिस रिमांड समाप्त होने पर धंतोली पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में मौजूद प्रकरण के जांच अधिकारी ने न्यायालय के समक्ष बताया कि उस पर धंतोली थाने में दो मामले दर्ज हैं। एक मामले में पूछताछ हो गई है और दूसरे में पूछताछ बाकी है। जांच अधिकारी ने 12 मुद्दों पर पूछताछ करने के लिए न्यायालय से पाशा को न्यायिक हिरासत से पुलिस रिमांड पर देने की गुजारिश की। इसके बाद न्यायालय ने पाशा को 24 जुलाई तक धंतोली पुलिस की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है।
24 जुलाई तक रिमांड पर : गौरतलब है कि अफसर पाशा के साथी जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांथा शाकिर ने ही पुलिस के सामने उजागर किया था कि उसका पाशा के साथ केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को धमकी भरे फोन कराने के मामले में गहरा संंबंध है। इसके बाद धंतोली पुलिस हरकत में आई और आतंकी संगठन से जुड़े पाशा को बेलगांव जेल से नागपुर लाने की मशक्कत शुरू की। बुधवार तक उससे पहले धंतोली पुलिस ने 10 करोड़ के प्रकरण में पूछताछ की। इसके बाद उसे बुधवार को न्यायालय में पेश किया। अफसर पाशा से 100 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में पूछताछ होनी है। इसलिए न्यायालय ने उसे 24 जुलाई तक पुलिस रिमंाड पर भेजने का आदेश दिया है। जयेश पुजारी और अफसर पाशा पर धंतोली थाने में दो मामले दर्ज हैं। एक 100 करोड़ और दूसरा 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने का है।
जेल में बंद रहने के दौरान दो मामले हुए दर्ज : धंतोली पुलिस ने पाशा को धंतोली थाने में दर्ज दूसरे मामले की जांच के लिए न्यायालय से उसे पीसीआर में देने की गुजारिश की। न्यायालय में पुलिस ने 12 मुद्दे रखे और बताए कि पाशा से इन मुद्दों पर पूछताछ करनी है। न्यायालय को बताया गया कि वर्ष 2006 से वह जेल में बंद है। इसके बाद भी उस पर दो मामले धंतोली थाने में दर्ज हुए हैं। नागपुर के अलावा उसके खिलाफ और कहां मामले दर्ज हुए हैं। उसकी जानकारी लेनी है। उसका दाउद और लश्कर-ए-तैयबा से कैसे संबंध जुड़ा, इसके बारे में पूछताछ करनी है। उसे यूएपीए (अनलॉफुल एक्टविटीज प्रिवेंशन एमेंडमेंट एक्ट) के तहत सजा हुई है। इस सजा के पहले वह किस तरह की गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त रहा है, इसके बारे में भी उससे जानना है। इसके अलावा उसके साथ और कौन-कौन साथी हैं, जो उसके आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। क्या वाकई पाशा के कहने पर जयेश ने केंद्रीय मंत्री के कार्यालय में फोन कर धमकी दी है। ऐसे करीब 12 मुद्दों को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष रखा।
Created On :   20 July 2023 1:05 PM IST