जल विशेषज्ञ का आरोप - नदियों की बीमारी एक, सरकार दे रही दूसरी दवा

जल विशेषज्ञ का आरोप - नदियों की बीमारी एक, सरकार दे रही दूसरी दवा
  • सरकार अलग ही कामों पर करोड़ों खर्च कर समय बर्बाद
  • जल विशेषज्ञ राजेंद्र सिंह का आरोप
  • नदियों की बीमारी एक, सरकार दे रही दूसरी दवा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महाराष्ट्र सहित देश में नदियों की स्थिति बिकट है। वह मरणासन्न अवस्था में हैं। इन नदियों की बीमारी एक है, लेकिन सरकार दूसरी बीमारियों की दवा देकर उन्हें ब्यूटी पार्लर में उपचार के लिए भेज रही है। यह आरोप वाटर मैन के नाम से प्रसिद्ध जल विशेषज्ञ राजेंद्र सिंह ने लगाया है। वे नागपुर में प्रेस क्लब में गुरुवार को पत्र-परिषद में बोल रहे थे।

60 प्रतिशत नदियां सूख गईं

‘चलो जानें नदी को’ उपक्रम के प्रणेता राजेंद्र सिंह ने कहा कि फिलहाल नदियां बीमार हैं, अस्वस्थ हैं। नदियों की इन दुर्दशा के लिए सरकार ही जिम्मेदार है। नदी पात्र परिसर में होने वाले अतिक्रमण, नदी में छोड़े जाने वाले रसायन मिश्रित व दूषित पानी, रेत का अनियंत्रित खनन, नदी पात्र के तालाब में जमा मलबा और अन्य बहुत कारणों से नदियों की बिकट अवस्था हुई है। वाटर मैन ने बताया कि महाराष्ट्र में 60 प्रतिशत नदियां पूरी तरह सूख गई हैं। 40 प्रतिशत नदियों का रूपांतर नालों में हो गया है। यहां एक भी नदी का पानी पीना तो दूर, नहाने के लिए भी उपयोग नहीं किया जा सकता है।

अनेक उपाय की जरूरत

इन नदियों से मलबा निकालना, नैसर्गिक पद्धति से दूषित पानी शुद्धिकरण सहित अनेक बहुत सारे उपाय योजना करने की जरूरत है, किन्तु सरकार अलग ही कामों पर करोड़ों खर्च कर समय बर्बाद कर रही है। नदियों में दूषित पानी के कारण विविध बीमारियां बढ़ गई हैं। स्थिति और बिगड़ सकती है। ‘महाराष्ट्र चलो जानें नदियों को’ उपक्रम सरकार और गैरसरकारी लोगों की मदद से शुरू किया गया है। इसमें 109 नदियों का अभ्यास किया जा रहा है। राजेंद्र सिंह ने कहा कि नदियों की स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास किया जाएगा। पत्र-परिषद में नरेंद्र चुघ, प्रवीण महाजन, डॉ. सुमंत पांडे, रमाकांत कुलकर्णी उपस्थित थे।

दूर की जा रहीं समस्याएं

नदियों की संरक्षण व संवर्धन के साथ जल संधारण व जल साक्षरता कोे जोड़ते हुए ‘चला जानुया नदीला' अभियान चलाया जा रहा है। इसमें राज्य की 75 नदियों को शामिल किया गया है। नदियों के पास अतिक्रमण और गंदगी जैसी समस्याओं को भी दूर किया जा रहा है।

विभागीय आयुक्त विजयालक्ष्मी बिदरी ने कहा कि नदियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार का महत्वाकांक्षी अभियान ‘चला जानुया नदीला’ नागपुर विभाग में सफल किया जाएगा। विभागीय आयुक्त श्रीमती बिदरी ने जल विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र सिंह की अगुवाई में मिले प्रतिनिधिमंडल से इस संबंध में चर्चा की।

अभियान सफल होगा

प्रतिनिधिमंडल में ‘चला जानुया नदीला’ अभियान की योजना और कार्यान्वयन के लिए गठित समिति के गैर-सरकारी सदस्य नरेंद्र चुग, डॉ. सुमंत पांडे, डॉ. प्रवीण महाजन, रमाकांत कुलकर्णी शामिल थे। विभागीय आयुक्त को नागपुर मंडल के प्रथम चरण में ‘चला जानुया नदीला’ अभियान के कार्यान्वयन की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। प्रतिनिधिमंडल की ओर से कहा गया कि संभाग के गड़चिरोली, भंडारा, वर्धा जिलों में अच्छा काम हुआ है। नागपुर से बहने वाली नाग एवं आम नदियों की वर्तमान स्थिति की जानकारी भी दी गई। श्रीमती बिदरी ने कहा कि नागपुर जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन को आवश्यक निर्देश देकर इस अभियान को सफल बनाया जाएगा।

Created On :   23 Jun 2023 6:38 PM IST

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