चुनाव की तैयारी, बावनकुले कर रहे संगठन कार्य की समीक्षा

चुनाव की तैयारी,  बावनकुले कर रहे संगठन कार्य की समीक्षा
राजनीति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में विविध चुनावों की तैयारी के तहत भाजपा ने संगठन पुनर्गठन के साथ ही संगठन कार्य का पुनरावलोकन आरंभ कर दिया है। संगठन से न केवल नए पुराने पदाधिकारियों को जोड़ा जा रहा है बल्कि संगठन में फर्जी तौर पर नियुक्त पदाधिकारियों को चिन्हित करने व उनके नाम संगठन सूची से हटाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। नागपुर मनपा सहित अन्य निकाय संस्थाओं के चुनाव के लिए यह प्रक्रिया उम्मीदवार चयन में भी महत्वपूर्ण साबित होगी। बूथ प्रबंधन की निगरानी दिल्ली से की जाने लगी है।

बूथ सशक्तिकरण

बूथ सशक्तिकरण के लिए 1 प्लस 30 का फार्मूला तय किया गया है। इसके अंतर्गत बूथ प्रमुख के साथ 30 कार्यकर्ता काम करेंगे। बूथ समिति सदस्यों में 5 सदस्य युवा के अलावा महिला व बुजर्ग नागरिक रहेंगे। इनके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग सहित अन्य वर्ग के प्रतिनिधित्व का भी ध्यान रखा जा रहा है। नागपुर में विधानसभा क्षेत्र स्तर पर कुछ बूथ चिन्हित कर रखे हैं, जहां भाजपा को कम मतदान मिलता रहा है। उत्तर व पश्चिम नागपुर में ऐसे क्षेत्र अधिक हैं, जहां भाजपा के संगठन कार्य को गति देने की आवश्यकता है। सामाजिक समीकरण को देखते हुए भी बूथ सशक्तिकरण कार्य में नेतृत्व निर्धारित किए जा रहे हैं। इसके अलावा शक्ति केंद्र विस्तार की जिम्मेदारियां भी तय की गईं हैं। नागपुर के समान ही अन्य जिलों में भी क्षेत्र स्तर के राजनीतिक समीकरण व रुझान की समीक्षा की जा रही है।

सरल एप से नियंत्रण

भाजपा ने उम्मीदवार चयन, बूथ अध्यक्षों व पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति एप के माध्यम से शुरू की है। भाजपा ने सबका ब्योरा जुटाने के लिए सरल एप को माध्यम बनाया है। बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं काे सरल एप पर जानकारी भरनी पड़ रही है। एप के माध्यम से ही यह जानकारी भी जुटाई जा रही है कि किन बूथों पर कमजोर है और कहां अधिक मत मिल सकते हैं। डेटा संकलन के कार्य में विधायक, पूर्व विधायक के अलावा अन्य प्रमुख पदाधिकारियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि यही एप पदाधिकारियों की नियुक्ति का फर्जीवाड़ा रोकेगा। भाजपा सूत्र के अनुसार, गुजरात चुनाव में भाजपा को सरल एप के इस्तेमाल से बड़ी सफलता मिली। उसे अन्य राज्यों के साथ ही महाराष्ट्र में प्रमुखता से लागू किया गया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान को यह जानकारी भी मिल रही थी कि बूथ अध्यक्षों, पन्ना प्रमुखों और शक्ति केंद्रों के प्रभारियों की नियुक्ति में गड़बड़ी है। अब सरल एप के माध्यम से दिल्ली भाजपा कार्यालय में डेटा संकलित हो रहा है। नागपुर में बूथ स्तर के पदाधिकारी को दिल्ली कार्यालय से फोन पर पूछताछ की जाती है।

त्योहारों की जानकारी भी

बूथ प्रबंधन कार्य के तहत संबंधित क्षेत्र में त्योहारों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। कमजोर बूथों का ब्योरा, कार्यकर्ता और समर्थकों को हर बूथ पर जाति और धर्म के लिहाज से मतदाताओं का विवरण, बूथ क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों की सूची और दूसरी पार्टियों के नेताओं के बारे में जानकारी ली जा रही है।

कार्यकर्ता ही ताकत

बूथ स्तर पर कार्य कर रहे कार्यकर्ता ही संगठन की ताकत हैं। राज्य में बूथ स्तर पर संगठन पहले से ही मजबूत है। उसे और अधिक मजबूत किया जा रहा है। बूथ स्तर से मिल रहे इम्पुट संगठन कार्य के लिए दिशा-दर्शक साबित होते हैं। सभी विधायक व प्रमुख पदाधिकारी बूथ स्तर तक संगठन कार्य के लिए पहुंच रहे हैं। हर क्षेत्र, वर्ग मंे भाजपा का प्रभाव बढ़ा है। निकाय संस्थाअों के चुनाव के लिए भाजपा में काफी इच्छुक उम्मीदवार हैं। -चंद्रशेखर बावनकुले, अध्यक्ष भाजपा महाराष्ट्र

Created On :   9 May 2023 11:52 AM IST

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