जिप स्कूलों के 375 जर्जर कमरों में पढ़ने मजबूर छात्र

जिप स्कूलों के 375 जर्जर कमरों में पढ़ने मजबूर छात्र
सर्वेक्षण में खुलासा, प्रशासन की अनदेखी पड़ सकती है भारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकारी दावों के बीच जिला परिषद स्कूलों के 375 कमरे खतरनाक स्थिति में होने की जानकारी सामने आई है। उसे जमींदोज कर नए कमरे बनाने के लिए जिला नियोजन समिति के पास प्रस्ताव भेजे जाने की जानकारी जिला परिषद सीईओ सौम्य शर्मा ने दी।

सर्वेक्षण व यूडाय में खुलासा : जिप स्कूलों में भौतिक सुविधा का हाल ही में सर्वेक्षण किया गया। यूडाय में स्कूलों से भरी गई जानकारी में भी कमरों की खतरनाक स्थिति का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार 375 कमरे खतरनाक स्थिति में हैं। 659 कमरों की दुरुस्ती आवश्यक बताई गई है। बीडीओ तथा गटशिक्षणाधिकारी (बीईओ) के माध्यम से संबंधित स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे कमरों में विद्यार्थियों को नहीं बैठाएं। जीर्ण कमरों को तोड़ने की सूचना संबंधित विभाग को दिए जाने की सूत्रों ने जानकारी दी।

डीपीसी से 30.50 करोड़ मंजूर : जिला नियोजन समिति यानी डीपीसी से िवत्तीय वर्ष 2023-2024 में स्कूलाें की दुरुस्ती व नए निर्माण के लिए 30.50 करोड़ का नियत व्यय मंजूर किया गया है। दुरुस्ती के लिए 11 करोड़ तथा नए इमारतों का निर्माण के लिए 19.50 करोड़ निधि मंजूर की गई है। मंजूर निधि से 252 स्कूलों की दुरुस्ती, 83 कमरों का निर्माण, लड़कों के 131 स्वच्छतागृहों व 131 लड़कियों के स्वच्छतागृहों का निर्माण किया जाएगा। 139 स्कूलों की सुरक्षा दीवार के निर्माण को मंजूरी दी गई है। तहसील स्तर से डीपीसी ने मंजूर निधि से डेढ़ गुना निधि का प्रस्ताव भेजा है। मंजूर निधि कम पड़ने से अन्य कामों के लिए जिला खनिज प्रतिष्ठान से निधि की मांग के लिए जिप प्रशासन से प्रस्ताव भेजने की सूत्रों ने जानकारी दी।

Created On :   21 July 2023 11:23 AM IST

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