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अस्थायी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में लापरवाही
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा के शिक्षा विभाग द्वारा अस्थायी शिक्षकों की निुयक्ति को लेकर लापरवाही का मामला सामने आया है। गत 17 से 21 जुलाई के बीच करीब 1200 से अधिक प्रत्याशियों का साक्षात्कार लिया गया। इन शिक्षकों की चयन सूची को 7 अगस्त की देर शाम आधिकारिक वेबसाइट पर डाला गया, लेकिन प्रत्याशियों को आक्षेप को दर्ज कराने के लिए 8 अगस्त तक की समयावधि दी गई। इस समयावधि के बाद प्रत्याशियों को चयन प्रक्रिया पर सहमति मानकर अंतिम चयनित सूची को प्रकाशित कर दिया जाएगा। हालांकि इस पूरी प्रक्रिया में आला अधिकारियों को गलत जानकारी देकर बरसों से कार्यरत अस्थायी शिक्षकों को भी साक्षात्कार देने के लिए मजबूर किया गया है।
नजर आ रहा असर : शिक्षा विभाग की देरी और लापरवाही के चलते साक्षात्कार की प्रक्रिया और पारदर्शिता के नाम पर करीब डेढ़ माह से स्कूलों को शिक्षक मुहैया नहीं हो पाएं हैं। ऐसे में अब कई स्कूलों से पालकों ने अपने बच्चों के नाम निकालना आरंभ कर दिया है। हाल ही में ताजाबाद जूनियर कालेज के छात्रों ने अपने प्रवेश को रद्द कराया है। इस पूरे मामले में आयुक्त समेत अन्य आला अधिकारियों को दिशाभूल कर मनमानी भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कर डाली है।
विडंबना... अंग्रेजी स्कूल में मराठी के शिक्षक
अस्थायी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में मनमानी करने से मनपा स्कूलों की व्यवस्था चरमरा गई है। ऑटोमोटिव चौक की जी एम बनातवाला अंग्रेजी स्कूल में 40 अंग्रेजी माध्यम वाले शिक्षकों की आवश्यकता है, लेकिन अस्थायी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में इन शिक्षकों को शामिल नहीं किया गया। मराठी और उर्दू माध्यम के शिक्षक ही छात्रों को पढ़ा रहे हैं। शिक्षकों की भर्ती को लेकर कई बार मांग उठी है, लेकिन शिक्षा विभाग ने कोई पहल नहीं की है।
ऐसे समझें...क्यों बनी है शिक्षकों की कमी
-साल 2009-10 में 54 रुपए प्रति घंटा की दर पर अस्थायी शिक्षकों को नियुक्त किया गया था। साल 2018-19 में 38 अस्थायी शिक्षकों को हाइस्कूल के लिए 14,000 और जूनियर कालेज के लिए 18 अस्थायी शिक्षकों को 15,000 रुपए प्रतिमाह पर 10 माह की नियुक्ति मनपा ने दोबारा से नियुक्त किया।
-6 फरवरी 2018 को सामान्य प्रशासन विभाग ने परिपत्रक जारी कर अस्थायी शिक्षकों को 3 बार से अधिक नियुक्ति करने पर रोक लगा दी थी। शिक्षक संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार ने परिपत्रक पर स्थगन जारी कर दिया था।
-इसके बाद साल 2022-23 में मनपा ने अस्थायी शिक्षकों को 10 माह के लिए नियुक्ति दी। इस संबंध में मनपा आयुक्त एवं प्रशासक राधाकृष्णन बी ने 21 जून 2022 को प्रस्ताव को मान्यता भी दी है, लेकिन इस मर्तबा साल 2023-24 के लिए अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति में शिक्षा विभाग ने कई सालों से कार्यरत 54 अस्थायी शिक्षकों को भी साक्षात्कार प्रक्रिया में शामिल किया।
-ऐसे में नए प्रत्याशियों के पद कम हो गए हैं, वहीं कई पुराने शिक्षकों को चयनित सूची से बाहर भी कर दिया गया है। हैरानी यह है कि बनातवाला अंग्रेजी स्कूल के लिए 40 शिक्षकों की जरूरत होने के बाद भी प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है।
Created On :   10 Aug 2023 3:18 PM IST