अवसर: कृपलानी का आईजीएफ के लिए चयन

सम्मेलन 8 से 12 अक्टूबर तक जापान के क्योटो में

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जापान में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित इंटरनेट गवर्नेंस फोरम-2023 (आईजीएफ) की 18वीं वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए शहर के प्रोफेसर राकेश कृपलानी का चयन किया गया है। एक प्रतिभागी के रूप में प्रोफेसर कृपलानी का चयन साइबर मनोविज्ञान के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों का प्रमाण है। आईजीएफ एक वैश्विक मंच के रूप में कार्य करता है, जो इंटरनेट से संबंधित सार्वजनिक नीति मुद्दों पर चर्चा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

जापान में होगा सम्मेलन : जापान सरकार द्वारा आयोजित इस वर्ष का सम्मेलन 8 से 12 अक्टूबर तक जापान के क्योटो में होगा। सम्मलेन का व्यापक विषय "द इंटरनेट वीवांट-एम्पावरिंग ऑल पीपल’ है। यह आठ उप-विषयों के माध्यम से डिजिटल प्रौद्योगिकी और इंटरनेट प्रशासन के विभिन्न पहलुओं का पता लगाएगा। इनमें एआई और उभरती प्रौद्योगिकियां, इंटरनेट विखंडन से बचना, साइबर सुरक्षा, साइबर अपराध और ऑनलाइन सुरक्षा, डेटा गवर्नेंस और ट्रस्ट, डिजिटल विभाजन और समावेशन, वैश्विक डिजिटल प्रशासन और सहयोग, मानवाधिकार और स्वतंत्रता, स्थिरता एवं पर्यावरण शामिल हैं।

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है : प्रोफेसर कृपलानी साइबर मनोविज्ञान के क्षेत्र में प्रसिद्ध विशेषज्ञ हैं। उन्होंने ऑनलाइन सुरक्षा और डिजिटल कल्याण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके काम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है, जिससे वह इंटरनेट गवर्नेंस, साइबर मनोविज्ञान और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बन गए हैं। वह राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में ईआरएफ भी हैं, जो गृह मंत्रालय के तहत भारत का एक मात्र पुलिस विश्वविद्यालय है और इसमें साइबर मनोविज्ञान विभाग है। आईजीएफ का उद्देश्य वैश्विक इंटरनेट से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने के लिए सरकार, नागरिक समाज, शिक्षा और निजी क्षेत्र के हितधारकों के बीच सहयोग और सर्वसम्मति निर्माण को बढ़ावा देना है।

Created On :   5 Oct 2023 4:09 PM IST

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