महावितरण पर रात पड़ रही भारी - सौर ऊर्जा स्टोर करने की व्यवस्था नहीं होने से बिजली गुल होने की शिकायतें बढ़ रही हैं

महावितरण पर रात पड़ रही भारी - सौर ऊर्जा स्टोर करने की व्यवस्था नहीं होने से बिजली गुल होने की शिकायतें बढ़ रही हैं
  • नए नागपुर में बार-बार उड़ रहा फ्यूज
  • सौर ऊर्जा स्टोर करने की व्यवस्था नहीं होने से बिजली गुल होने की शिकायतें बढ़ रही हैं
  • महावितरण पर रात पड़ रही भारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बिजली की बढ़ती मांग काे सुचारु रखने के लिए सौर ऊर्जा वरदान से कम नहीं है, लेकिन सौर ऊर्जा स्टोर (जमा) करने की व्यवस्था नहीं होने से शहर में रात को बिजली गुल होने की शिकायतें बढ़ गई हैं। महावितरण पर रात भारी पड़ रही है। तकनीक के अभाव से बढ़ी परेशानी :राज्य सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। इसके लिए रियायत भी दे रहा है। लोगों का प्रतिसाद भी अच्छा मिल रहा है। उपभोक्ता साैर ऊर्जा से जो बिजली तैयार करता है, उसकी खरीदी महावितरण प्रति यूनिट 3 रुपए 20 पैसे के दर से करती है। नागपुर शहर की बात करें, तो सौर उर्जा को अच्छा प्रतिसाद मिला, लेकिन रात को बिजली गुल होने की समस्या बढ़ गई है। रात को जब बिजली का लोड बढ़ता है, तो उसे मेंटेन करने में महावितरण को बहुत परेशानी हो रही है। इसकी मुख्य वजह यह है कि, दिन में लोड बढ़ने के बावजूद सौर ऊर्जा से उसकी भरपाई हो जाती। जब रात को लोड बढ़ता है, तो सौर ऊर्जा का कोई लाभ नहीं मिलता। दिन में सौर ऊर्जा से जो बिजली तैयार होती है, उसे स्टोर करके इस्तेमाल करने की कोई तकनीक फिलहाल महावितरण के पास नहीं है। रात को लोड़ बढ़ने पर फ्यूज उड़ने से बिजली गुल हो जाती है। महावितरण बिजली की खरीदी महाजेनको के अलावा निजी कंपनियों से करके बिजली आपूर्ति करने में लगी है।

नए नागपुर में बार-बार उड़ रहा फ्यूज

गर्मी के कारण शहर में बिजली की मांग बढ़ गई है। नए नागपुर में जिस तेजी से उपभोक्ता बढ़े, उस तेजी से विद्युत संरचना खड़ी नहीं हो सकी है। बिजली का लोड मेंटेन करने के लिए सुचारु विद्युत आपूर्ति जरूरी है। बेसा, बेलतरोड़ी, वेला हरि, शंकरपुर, पिपला, हुड़केश्वर परिसर में सब स्टेशन की कमी के कारण बार-बार बिजली गुल हो रही है। बेलतरोड़ी में महावितरण ने 33 केवी का जो सब स्टेशन तैयार किया, वह वर्तमान लोड को संभालने में नाकाफी साबित हो रहा है।

तारों में आग लगना सामान्य बात

वेला हरि में महावितरण का सब स्टेशन प्रस्तावित है, लेकिन अभी तक इसका काम ही शुरू नहीं हो सका है। ये परिसर ग्रामीण में होने के बावजूद इसका तेजी से शहरीकरण हो रहा है। इस पूरे एरिया में जिस रफ्तार से बिजली की मांग बढ़ी है, उसके लिए विद्युत संरचना अपग्रेड होना जरूरी हो गया है। लोड़ बढ़ने से फ्यूज जाना या तारों में आग लगना सामान्य बात हो गई है। कई बार तो लोड़ बढ़ने से एलटी जल जाता है। कई जगह नई डीपी खड़ी करने की सख्त जरूरत है। नए नागपुर से प्रसिद्ध इन परिसरों में सारी बुनियादी सुविधा है, लेकिन बिजली की मार यहां ज्यादा है। केंद्र सरकार के माध्यम से जो स्मार्ट प्रोजेक्ट योजना है, उसमें इस इलाके में कई सब स्टेशन प्रस्तावित हैं, लेकिन उसे जमीन पर उतरने में अभी समय है।

Created On :   21 May 2023 6:50 PM IST

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