Nagpur News: डॉ. मोर ने कहा - वंदे मातरम् से स्वतंत्रता संग्राम को मिली नई दिशा, छात्रों ने निकाली रैली

डॉ. मोर ने कहा - वंदे मातरम् से स्वतंत्रता संग्राम को मिली नई दिशा, छात्रों ने निकाली रैली
  • मौदा में छात्रों ने निकाली रैली व सामूहिक गायन
  • देशभक्ति के सुरों से गूंज उठा कुही
  • कन्हान में देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का अद्भुत संगम

Nagpur News. मौदा नगर में ‘वंदे मातरम्’ गीत की 150वीं वर्षगांठ अवसर पर गजानन मंगल कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह में बतौर अध्यक्ष उपविभागीय अधिकारी संजय पवार, मुख्य अतिथि के रूप में तहसीलदार दत्तात्रय निंबालकर, खंड विकास अधिकारी डॉ. महेश बेहेकर, गट शिक्षणाधिकारी संकेत मरस्कोल्हे, जनता कनिष्ठ महाविद्यालय के प्राचार्य अनिल मेश्राम, मुख्य वक्ता डॉ. रविशंकर मोर आदि मौजूद थे। राज्य की 358 तहसीलों से लगभग 5 हजार से अधिक नागरिकों की सहभागिता से यह ऐतिहासिक आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम अंतर्गत शाला, महाविद्यालय और कौशल विकास केंद्रों में देशभक्ति गीत, वक्तृत्व, निबंध, पोस्टर, रंगोली आदि स्पर्धाएं ली गईं। विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। शहर में तिरंगा झंडे, देशभक्ति नारों के साथ रैली निकाली गई। भंडारा युवक बिरादरी द्वारा प्रस्तुत पथ नाट्य ने दर्शकों आनंद लिया। मुख्य वक्ता डॉ. रविशंकर मोर ने ‘वंदे मातरम्’ गीत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1876 में मलिकघाट में यह गीत लिखा था, जिसने स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। उपविभागीय अधिकारी संजय पवार ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत माता को वंदन करने की भावना है। सफलतार्थ आयोजन समिति में पी.एन. कलंबे, सुनंदा बजाज, बाबूराव बालपांडे, संदेश गणवीर, सुनील घुसन, तुकाराम लुटे, पुरुषोत्तम ढगे, विनोद निकुडे, शिशुपाल डोंगरे, प्रफुल बरगटकर, आशीष सतदेवे, गौरी वैद्य, दिनेश ढोबले, विलास पाथेर, जनार्दन माथुरकर, धनंजय पाटील आदि का योगदान रहा। कार्यक्रम में जनता विद्यालय, डी. डी. भोयर कला व विज्ञान महाविद्यालय, आदर्श पब्लिक स्कूल व अन्य स्कूलों के सैकड़ों छात्रों ने हाथों में झंडे लेकर वंदे मातरम् का गायन किया। संचालन सुहानी ढोबले ने किया।

देशभक्ति के सुरों से गूंज उठा कुही

उधर कुही के कौशल सभागृह में शुक्रवार को देशभक्ति से ओतप्रोत ‘वंदे मातरम्’ कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष कुही के तहसीलदार डॉ. अमित घाटगे, मुख्य अतिथि के रूप में गट शिक्षाधिकारी आशा गणवीर, प्राचार्य पीएस भोयर, जिला कौशल केंद्र की अश्विनी सावरकर, पुलिस उपनिरीक्षक स्वप्निल गोपाले, राजेंद्र भोयर, समिति सदस्य रूपचंद ठवकर, राम क्षीरसागर, आशीष तायड़े, प्रा. वैशाली देशमुख, दिलीप कुमार, उपासराव साठवणे, प्रिया सुखदेवे, संदेश गणवीर, मुख्याध्यापक उपासराव भुते, आईएमसी सदस्य रोहित कुंभरे, सौरव साखरकर, डहारे अादि मौजूद थे। प्रास्ताविक एचसी ठाकरे, उप-प्राचार्य, शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, कुही ने रखा। मुख्य वक्ता प्रा. भागवत भांगे ने ‘वंदे मातरम्’ गीत का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महत्त्व विस्तार से बताया तथा युवाओं से देश की प्रगति और समाज निर्माण में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। कार्यक्रम में रुखड़ाश्रम विद्यालय, ग्रामविकास विद्यालय, नूतन विद्यालय, सर्वोदय विद्यालय, जिला परिषद विद्यालय, इंग्लिश मीडियम स्कूल, मुकुंदराज स्वामी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (पचखेड़ी), विकास औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (अंबाडी), सद्गुरु औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (कुही) के विद्यार्थी और शिक्षक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। संचालन दीपाली आंधले ने एवं आभार मेघा ढवले ने माना।

कन्हान में देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का अद्भुत संगम

कन्हान में आयोजन हुआ। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जाति, पंथ, धर्म और भाषा के भेद भुलाकर सभी ने 'वंदे मातरम्' का उद्घोष किया। 'वंदे मातरम्' स्वतंत्रता संग्राम का मूलमंत्र था और क्रांतिकारियों के नारे भी इसी गीत से बने थे। एक सशक्त भारत के निर्माण के लिए देशभक्ति और एकता आवश्यक है। सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम्’ गाकर इसका संकल्प लें, ऐसा आह्वान मुख्याध्यापक खिमेश बढ़िये ने किया। धर्मराज प्राथमिक शाला व विद्यालय में शुक्रवार को सामूहिक ‘वंदे मातरम्’ गायन का आयोजन किया गया था। देशभक्ति गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में उक्त आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में उपमुख्याध्यापक राजूसिंह राठोड़ सहित सभी शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे। सभी ने सामूहिक ‘वंदे मातरम्' गायन कर राष्ट्रवाद को मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया।



Created On :   9 Nov 2025 7:00 PM IST

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