विदर्भ में हाथियों के आने से वन विभाग को 1.40 करोड़ की चपत

विदर्भ में हाथियों के आने से वन विभाग को 1.40 करोड़ की चपत
हाथी कर रहे भारी नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ में हाथियों के आने से वन विभाग को 1 करोड़ 40 लाख चपत लग गई है। बता दें कि 300 साल बाद विदर्भ में इतिहास करवट ले रहा है। हाथी फिर से यहां बसने के लिए बेताब दिख रहे हैं, लेकिन इनके विदर्भ में आने से वन विभाग को अब तक काफी महंगा पड़ा है। 3 साल में तक 1 करोड़ 40 लाख रुपए का हर्जाना वन विभाग को देना पड़ा है, जो बाघ से लेकर अन्य वन्यजीवों के नुकसान की तुलना में बहुत ज्यादा है। हालांकि कुछ महीनों से हाथी गोंदिया के नवेगांव क्षेत्र में बसे हुए हैं, लेकिन यह कब तक वहां पर ठहरेंगे यह कहना मुश्किल है। इनकी वापसी फिर वन विभाग को चपत लगाएगी, इस पर हर किसी की नजर की है।

चार जिलों में भारी नुकसान : वर्षों पहले विदर्भ में हाथी का अस्तित्व था, समय के अनुसार वह यहां से गायब हो गए। लगभग 300 साल बाद इतिहास फिर दोहराने के कगार पर है। क्योंकि वर्ष 2015 में माइग्रेशन रूट बंद हो जाने से 23 हाथियों के झुंड का विदर्भ की ओर आना-जाना शुरू हुआ। पहली बार 2021 में हाथी गड़चिरोली पहुंचे। ऐसे ही लगातार वह आना-जाना करने लगे। जिसके कारण बीच में आने वाले गांव हों या खेती वह नुकसान करते बढ़ते रहे। आंकड़ों को देखें तो 3 साल में हाथियों ने विदर्भ के चार जिलों में 1 करोड़ 40 लाख का नुकसान किया। जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान खेती का हुआ, 550 खेत को नुकसान पहुंचाया। जिसके कारण 69 लाख 96 हजार रुपए किसानों को देने पड़े।

2 लोगों की मौत भी हुई : हाथियों के आवागमन में रास्ते में आने वाले 2 लोगों की मौत भी दर्ज हुई है। जिनके बदले वन विभाग को 40 लाख नुकसान भरपाई देनी पड़ी। इसमें एक व्यक्ति की मौत गोंदिया में तो दूसरे व्यक्ति की मौत गड़चिरोली में हुई।

सबसे अधिक गोंदिया में नुकसान : इसमें सबसे ज्यादा गोंदिया जिला प्रभावित हुआ है। जिसमें 202 खेत मालिकों का नुकसान हुआ। बदले में 18 लाख 48 हजार का नुकसान दिया गया। इसके बाद भंडारा जिला प्रभावित हुआ है, जहां 160 खेत को ध्वस्त किया गया। बदले में वन विभाग को 31 लाख से ज्यादा की राशि देनी पड़ी। वड़सा में भी 144 खेतों में हाथियों ने उधम मचाया है। जिसके कारण 14 लाख 99 हजार का नुकसान वन विभाग को देना पड़ा। गड़चिरोली में 44 खेत नुकसान करने से वन विभाग को लगभग 5 लाख की भरपाई करनी पड़ी। इसके अलावा भंडारा में 32, गड़चिरोली में 29 वड़सा में 11 व गोंदिया में 11 घरों का नुकसान करने से वन विभाग को 51 लाख का नुकसान भरपाई देनी पड़ी है।

Created On :   10 May 2023 12:18 PM IST

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