नई शिक्षा नीति को सभी खुले मन से स्वीकारें : डॉ. चांदेकर

नई शिक्षा नीति को सभी खुले मन से स्वीकारें : डॉ. चांदेकर
संस्कृत विवि में राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति सप्ताह पर बोले

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नई शिक्षा नीति के कारण शिक्षा क्षेत्र में कई बड़े बदलाव आए हैं। अब प्रत्येक छात्र के अंदर छिपे गुणों को बढ़ावा देते हुए उसे अपनी पसंद की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। विषयों के कई विकल्प और एंट्री-एक्जिट सिस्टम के कारण यह नीति देश को प्रगति पथ पर ले जाएगी। इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सभी को खुले मन से स्वीकार करना चाहिए। अमरावती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलगुरु और महाराष्ट्र शासन की नई शिक्षा नीति-2020 की सुकाणू समिति के सदस्य डॉ. मुरलीधर चांदेकर ने सोमवार को रामटेक स्थित कवि कुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति सप्ताह के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार रखे। उन्होंने कहा- भारतीय प्राचीन ज्ञान को अत्याधिक महत्व देने वाली यह नई शिक्षा नीति अध्ययनपूर्ण और उत्कृष्ट योजना है, इसके बारे में समाज में प्रचार प्रसार करके इससे जुड़े भय और शंकाएं दूर करने की जरूरत है।

व्यक्तित्व निर्माण में सहायक : प्रो.त्रिपाठी : कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्कृत विवि कुलगुरु प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने कहा कि, संस्थान ने तत्कालीन कुलगुरु प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार के आदेश के काफी पहले से नई शिक्षा नीति को अपने यहां लागू करने पर कार्य शुरू कर दिया था। इन्हीं निरंतर प्रयासों के कारण आज विश्वविद्यालाय नई शिक्षा नीति पर आधारित स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू कर सका है। प्राचीन भारतीय ज्ञान को महत्व देने वाले यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण में सहायक होंगे। कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए विवि के राष्ट्रीय शिक्षा नीति कार्यान्वन समिति के समन्वयक प्रो. हरेकृष्ण अगस्ती ने विवि द्वारा शुरू किए गए नए पाठ्यक्रमों की जानकारी दी। इस दौरान मंच पर कुलसचिव डॉ. रामचंद्र जोशी, सभी अधिष्ठाता, प्रो. मधुसूदन पेन्ना, प्रो. कविता होले, प्रो. कृष्णकुमार पांडे, प्रो. ललिता चंद्राते और उप कुलसचिव डॉ. स्मिता फडणवीस प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी डॉ. रेणुका बोखारे ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ. स्मिता फडणवीस ने किया।

Created On :   25 July 2023 1:28 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story