व्यापारी को पहले बच्चा बेचा, फिर पुलिस का डर दिखाकर ब्लैकमेल किया

व्यापारी को पहले बच्चा बेचा, फिर पुलिस का डर दिखाकर ब्लैकमेल किया
राजश्री सेन और गिरोह पर एक और मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नवजात शिशुओं की खरीदी-बिक्री करने वाले राजश्री सेन और उसके गिरोह के बारे में और एक गंभीर खुलासा हुआ है। गिरोह ने पहले गोदिंया के व्यापारी को बच्चा बेचा और बाद में उसे ब्लैकमेल किया। पुलिस का डर दिखाकर उससे लाखों रुपए वसूल किए। इस मामले में मानव तस्कर विरोधी सेल ने प्रोडक्शन वारंट के आधार पर आरोपियों को जेल से गिरफ्तार किया और सदर थाने में प्रकरण दर्ज कर उन्हें पुलिस के सुपुर्द किया है।

यह हैं आरोपी : आरोपियों में राजश्री रंजित सेन (53), शांति नगर, पिंकी उर्फ सुजाता पंकज लेंडे (28), कलमना, सचिन पाटील, पंकज कोल्हे, प्रिया पाटिल व छाया मेश्राम शामिल है।

तहसील कार्यालय में गोद लेने के फर्जी दस्तावेज बनाए :महिला आरोपी 27 दिसंबर 2019 को पुणे के एक गरीब दंपति को नागपुर लेकर आईं। पश्चात तहसील कार्यालय में ले जाकर दंपति का नवजात शिशु गोद लेने के गैरकानूनी तरीके से दस्तावेज बनाए और उस शिशु को गोदिंया के एक व्यापारी को बेच दिया, जबकी गरीब दंपति को यह बताया कि, िकसी सहेली को संतान नहीं है, वह बच्चा गोद लेना चाहती है। उसे बच्चा गोद दे दिया है। गरीब दंपति को यह पता ही नहीं था कि, महिला आरोपियों ने उसके बच्चे को बेच दिया था। उसके बाद आरोपी राजश्री और पिंकी गोदिंया के उस व्यापारी को यह कहकर ब्लैकमेल करती रहीं कि, उसने जो बच्चा गोद लिया है वह गैरकानूनी तरीके से लिया है। पुलिस को इसकी जानकारी देने पर उसे जेल की हवा खानी पड़ सकती है।

ब्लैकमेल कर व्यापारी से 3 लाख रुपए ऐंठ लिए : इस तरह व्यापारी को ब्लैकमेल कर उससे 3 लाख रुपए राजश्री ने लिए। उसमें से कुछ रकम पिंकी को दी। गत दिनों मानव विरोधी सेल ने नवजात शिशु खरीदी-बिक्री के मामले का बड़ा खुलासा किया था। जिसमें राजश्री और पिंकी के खिलाफ के खिलाफ विविध थानों में प्रकरण दर्ज हैं। वर्तमान में राजश्री और उसके गिरोह के सदस्य स्थानीय जेल में बंद थे। प्रकरण में यह नया खुलासा होने पर राजश्री और गिरोह के खिलाफ सदर थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रोडक्शन वारंट के आधार पर राजश्री और पिंकी को जेल से गिरफ्तार कर सदर पुलिस के सुपुर्द किया गया है। सहायक निरीक्षक रेखा संकपाल, समाधान बजबलकर, सुनील वाकड़े, ज्ञानेश्वर ढोके, अश्विनी खाेड़पेवार, आरती चौहान आदि ने कार्रवाई में हिस्सा लिया।

राजनीतिक दबाव बनाकर मामलों को रफा-दफा करती रही आरोपी : पूर्व में राजश्री एक राजनीतिक संगठन से जुड़ी रही। इसकी आड़ में खुद को समाजसेवक दर्शाती रही। इससे आर्थिक रूप से कमजोर लोग उसके संपर्क में आते रहे। उन्हें बरगलाकर वह उनके नवजात शिशुओं की खरीदी-बिक्री अपने िगरोह के जरिए करती रही। इस दौरान िकसी ने उसके खिलाफ मुंह खोला, तो अपने राजनीतिक दबाव के चलते वह मामलों को रफा-दफा करती रही।

Created On :   11 Aug 2023 12:12 PM IST

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