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अतिक्रमण: 10 हजार अतिक्रमणकारियों ने नाग नदी किनारे मारी कुंडली
डिजिटल डेस्क, नागपुर । नाग नदी के किनारे तेजी से अवैध निर्माण होने लगा है। 10 हजार से अधिक निवास व व्यापारिक प्रतिष्ठानों को अब तक हटाया नहीं जा सका है। बंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ ने अप्रैल-2023 में मनपा व अन्य प्रतिवादियों से नाग नदी को अतिक्रमण मुक्त करने की योजना पर स्पष्टीकरण मांगा था। बदले में मनपा के जिम्मेदार अधिकारियों ने नाग नदी प्रदूषण संवर्धन प्रकल्प को सामने रख दिया। इस प्रकल्प पर गौर करें तो आगामी 10 वर्षों तक नाग नदी के किनारे से अतिक्रमण हटाया नहीं जा सकेगा। मतलब, एक ओर नाग नदी को अतिक्रमण मुक्त करने का आश्वासन दिया जा रहा है, तो दूसरी ओर अवैध निर्माण को मूक सहमति दी जा रही है।
2007 में दिखाया था सपना : नाग नदी के सौंदर्यीकरण का सपना 16 वर्ष पूर्व 2007 में दिखाया गया था, लेकिन अधिकारियों की मानें तो नाग नदी सौंदर्यीकरण प्रकल्प का प्रथम चरण पर काम जनवरी-फरवरी 2024 से शुरु होगा और पूरे 8 वर्ष चलेगा। इसके बाद दूसरा चरण तकरीबन 5 वर्ष में पूरा किया जाएगा।
यह है योजना : नाग नदी प्रदूषण संवर्धन प्रकल्प अब तक शुरू नहीं हुआ। वर्ष 2024 में शुरू होने की संभावना है। इस प्रकल्प के प्रथम चरण में नाग नदी को प्रदूषण मुक्त कर 102 एमएलडी पानी को नहाने योग्य बनाने की योजना है। कुल 1927 करोड़ के इस प्रकल्प को पूरा करने में तकरीबन 8 वर्ष लगेंगे। प्रथम चरण में नाग नदी, पीली नदी व बोर नाला में तकरीबन 42 किमी क्षेत्र में 92 एमएलडी पानी शुद्ध करने के लिए 3 एसटीपी (स्मॉल ट्रीटमेंट प्लांट) तैयार किए जाएंगे। इन प्लांट तक पानी पहुंचाने के लिए पुरानी सीवरेज लाइन को 525 किलोमीटर की नई सीवर लाइन में बदलने की योजना है। शहर के उत्तर व मध्य भाग में क्षतिग्रस्त सीवर लाइन बदली जाएगी, जबकि अच्छी हालत में मौजूद सीवर लाइन को यथावत रखा जाएगा।
पहले अतिक्रमणकारियों को विस्थापित करना है प्रथम चरण पूर्ण होने के बाद दूसरे चरण में नाग नदी पुनर्जीवन प्रकल्प को शुरू किया जाएगा। दूसरे चरण में नाग नदी के दोनो छाेर पर 15 मीटर के क्षेत्र से अतिक्रमणकारियों को हटाकर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में विस्थापित करने की योजना है। साथ ही नाग नदी के किनारे साइकिल ट्रैक, रोज़ गार्डन, सीट आउट स्पेस, लैंडस्केप आदि विकसित करना है। इसके अलावा मोक्षधाम से केडीके कॉलेज तक नाग नदी में बोटिंग के सपने को साकार किया जाएगा।
Created On :   3 Oct 2023 11:54 AM IST