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पहल - ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को विद्यार्थी पढ़ाएंगे स्वच्छता के पाठ
- विद्यार्थी पढ़ाएंगे स्वच्छता के पाठ
- ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को संदेश
- 1.5 लाख विद्यार्थी निभाएंगे स्वच्छता मॉनिटर की भूमिका
डिजिटल डेस्क, नागपुर. ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छता का महत्व समझाने शालेय शिक्षा विभाग प्रोजेक्ट लेट्स चेंज अभियान चलाने जा रहा है। विद्यार्थियों को स्वच्छता मॉनिटर बनाया जाएगा। डेढ़ लाख विद्यार्थी ग्रामीणों को स्वच्छता के पाठ पढ़ाएंगे। जिले के 1672 स्कूल लेट्स चेंज प्रोजेक्ट में सहभागी रहेंगे। लेट्स चेंज प्रोजेक्ट का मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हस्ते हाल ही में उद्घाटन हुआ। नागपुर में शालेय शिक्षा विभाग ने इस अभियान पर अमल करने का नियोजन किया है। जिला परिषद के 1084, नगरपरिषद के 29, सीबीएसई 18, अनुदानित 421, आश्रमशाला 13, निजी गैरअनुदानित 107 स्कूल इस अभियान में सहभागी होने के लिए आगे बढ़े हैं।
1.5 लाख विद्यार्थी निभाएंगे स्वच्छता मॉनिटर की भूमिका
स्वच्छता ही बीमारियों से बचाव : बीमारियों से बचने के लिए सफाई रखना अति आवश्यक है। यह सभी के सहयोग से ही संभव है, क्योंकि गंदगी ही सभी बीमारियों का मूल कारण है। बीमारियों से बचाव के लिए अपने घरों व आसपास के क्षेत्र को साफ रखना हमारी जिम्मेदारी है। मौसमी बीमारियों से बचने के लिए न केवल घर का स्वच्छ रहना जरूरी है, बल्कि शारीरिक स्वच्छता भी बड़ा महत्व है। गंदे परिवेश में गंभीर बीमारियों को जन्म देने वाले कीटाणु पनपते हैं, जो हमारे खाने-पीने की वस्तुओं के संपर्क में आकर शरीर में बीमारियों को जन्म देते हैं। प्रत्येक व्यक्ति की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह पूरी रुचि लेकर स्वच्छता एवं साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें। यदि स्वच्छता होगी तो क्षेत्र का वातावरण भी साफ-सुथरा होगा, जिससे शरीर स्वस्थ रहेगा और मन तंदरुस्त रहेगा।
1672 स्कूल लेट्स चेंज के तहत जिले में हो रहे सहभागी
गंदगी फैलाने वालों पर विद्यार्थियों का नियंत्रण : विद्यार्थियों को इस अभियान में स्वच्छता दूत के बदले स्वच्छता मॉनिटर बनाया जाएगा। विद्यार्थी कहीं पर भी रास्ते से थूकने या कचरा फेंकने वाले लापरवाह लोगों को टोक कर उन्हें गंदगी करने से रोक सकेंगे। उनकी गलती का एहसास कराकर भविष्य में सुधार करने के पाठ पढ़ाएंगे। इस तरह गंदगी फैलानेवालों पर विद्यार्थियों का नियंत्रण रहेगा। कक्षा 3रीं से आठवीं कक्षा में पढ़नेवाले विद्यार्थियों को इस प्रोजेक्ट में सहभागी किया जाएगा।
1 लाख, 54 हजार विद्यार्थी सहभागी : जिला परिषद सीईओ सौम्या शर्मा के मार्गदर्शन में प्राथमिक शिक्षणाधिकारी रोहिणी कुंभार, माध्यमिक शिक्षणाधिकारी रवींद्र काटोलकर ने लेट्स चेंज प्रोजेक्ट पर करने की नियोजन किया है। स्कूलों के साथ समन्वय साधने की जिम्मेदारी संभालने वरिष्ठ शिक्षण विस्तार अधिकारी सुजाता आगरकर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिले के 1672 स्कूलों में कक्षा 3रीं से आठवीं कक्षा में पढ़नेवाले 1 लाख, 54 हजार 299 विद्यार्थियों को स्वच्छता मॉनिटर की कमान सौंपी जाएगी। प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए पालकों को भी सहभागी किया जाएगा।
Created On :   31 Aug 2023 5:15 PM IST