बिजली संयंत्रों के पास लगाए जा सकते हैं सीमेंट प्लांट

बिजली संयंत्रों के पास लगाए जा सकते हैं सीमेंट प्लांट
प्राकृतिक संसाधनों के रणनीतिकार प्रदीप माहेश्वरी ने सरकार को दिए सुझाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य को 1 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों के कलेक्टर को डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट प्लाॅन बनाकर देने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत प्राकृतिक संसाधनों के विशेषज्ञ प्रदीप माहेश्वरी ने सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं। उन्होंने प्लाॅन की प्रति विभागीय आयुक्त वियलक्ष्मी बिदरी और जिलाधिकारी डॉ. विपिन ईटनकर को एक कार्यक्रम के दौरान सौंपी। माहेश्वरी के अनुसार फ्लाई ऐश बिजली संयंत्रों से निकलने वाला अपशिष्ट है, जो बिजली पैदा करने के लिए कोयला जलाने के बाद निकलता है। फ्लाई ऐश पर्यावरण, मानव जीवन और आसपास के क्षेत्रों के लिए खतरा है, इसके तत्काल और स्थायी समाधान की आवश्यकता है।

सीमेंट कंपनियों को इंसेंटिव दे : माहेश्वरी ने सुझाव दिया है कि क्षेत्र में सीमेंट कंपनियों को आमंत्रित करने के लिए सरकार उन्हें इंसेंटिव दें। यदि सरकार इन कंपनियों को इंसेटिव देेती है तो बहुत जल्दी यह रकम रिकवर की जा सकती है। कंपनियों के आने से राज्य के राजस्व में 28% जीएसटी से वृद्धि होगी। महाराष्ट्र सीमेंट की बड़ी खपत वाला राज्य है जहां सबसे ज्यादा सीमेंट दूसरे राज्यों से आता है। उन्हाेंने बताया कि एनटीपीसी मौदा संयंत्र के पास एक सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट काम कर रही है। एनटीपीसी से निकलनेवाली फ्लाईएश की खपत अल्ट्राटेक सीमेंट द्वारा की जाती है, यह इकाई एनटीपीसी के बहुत करीब है। इसी तरह कोराडी और खापरखेड़ा के पास उनके 3 एमएमटीपीए संयंत्रों के लिए कुछ बड़ी सीमेंट कंपनियों को आमंत्रित किया जा सकता है। 6 एमएमटीपीए सीमेंट ग्राइंडिंग में हर साल लगभग 1.5 एमएमटीपीए (15 लाख मीट्रिक टन) फ्लाईएश की खपत हो सकती है। इन बिजली संयंत्रों से बड़ी मात्रा में बिजली निकल रही है

प्रदूषण कम हाेगा : माहेश्वरी के अनुसार सीमेंट ग्राइंडिंग प्लांट कोराडी और खापरखेड़ा बिजली संयंत्रों से 4-5 किमी के दायरे में लगाए जा सकते हैं। रेल लाइन के पास स्थित 200-300 एकड़ भूमि को प्राथमिकता दी जा सकती है। पावर प्लांट से सीमेंट प्लांट तक फ्लाईएश पहुंचाने के लिए कवर्ड कन्वेयर या पाइपलाइनों का निर्माण किया जा सकता है। जिससे प्रदूषण कम होगा।

1000 करोड़ का निवेश अपेक्षित : कोराडी और खापरखेड़ा बिजली संयंत्र के पास 1000 करोड़ रुपए का निवेश अपेक्षित है। इसमें रेलवे साइडिंग जैसे बुनियादी ढांचे और सबसे आधुनिक प्रदूषण नियंत्रण प्रणालियां शामिल हैं। ये दोनों इकाइयां मिलकर क्षेत्र में 800-1000 प्रत्यक्ष और 1500-2000 अप्रत्यक्ष नौकरियां सृजित कर सकती हैं। अच्छे तालमेल वाले संभावित निवेशक एसीसी लिमिटेड, अंबुजा सीमेंट्स, श्री सीमेंट, जेके सीमेंट जैसे शीर्ष बाजार खिलाड़ी राज्य में बड़ी खपत को देखते हुए निवेश के लिए यहां आ सकते हैं।

खापरखेड़ा और कोराडी के पास सीमेंट प्लांट को आमंत्रित करें : प्रदीप माहेश्वरी ने इस प्लान में बताया कि बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) के दिशानिर्देशों के अनुसार सीमेंट का उत्पादन करने के लिए क्लिंकर ग्राइंडिंग प्रक्रिया में 30% फ्लाईएश को मिलाने की अनुमति है। अधिकांश सीमेंट निर्माता सीमेंट निर्माण प्रक्रिया में अच्छी मात्रा में फ्लाईएश का उपयोग कर रहे हैं। उसी प्रकार फ्लाई एेश से बनने वाले एएसी ब्लॉक का उपयोग कम वजन और अधिक मजबूती के कारण ऊंची इमारतों में किया जा रहा है। बावजूद इसके अब भी बिजली संयंत्रों में भारी मात्रा में फ्लाई एेश जमा हो रहा है। इसीलिए सरकार खापरखेड़ा और कोराडी के पास सीमेंट कंपनियों को आमंत्रित करें। बिजली प्लांट से निकलनेवाली फ्लाई एेश का उपयोग सीमेंट निर्माण के लिए किया जाएगा। इससे क्षेत्र में बड़ा निवेश आएगा और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी।

विमानन क्षेत्र को मिहान में करें आकर्षित : माहेश्वरी के अनुसार नागपुर जिले में अपार संभावनाएं हैं, केवल पूंजीकरण का इंतजार है। उन्होंने बताया कि विमानन सेवा क्षेत्र अगले 20 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में कई विदेशी सेवा प्रदाताओं का ध्यान आकर्षित कर रहा है। मिहान बेहद सस्ते दामों पर रेडीटूस्टार्ट जैसे बुनियादी ढांचे जैसे सर्वोत्तम लाभ प्रदान कर रहा है। एमआरओ, प्रशिक्षण, बैक ऑफिस, एसईजेड में आयात, विदेशी मुद्रा में बिलिंग जैसी कइ सुविधाएं निवेशको को आकर्षित कर सकती हैं। एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा जैसी कंपनियों के पास बड़ी संख्या में विमान है। इन कंपनियों को यहां बुलाकर निवेश के लिए आकर्षित करना चाहिए। उसी प्रकार हवाई जहाज से छोटी और लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए गुणवत्तापूर्ण भोजन की आवश्यकता होती है, मिहान में प्रति दिन 1 लाख भोजन के साथ बड़ी रसोई बनाई जा सकती है।

Created On :   21 July 2023 2:32 PM IST

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