प्रताड़ना: बालिका का यौन शोषण: थानेदार को हटाया, क्राइम ब्रांच को सौंपी जांच

बालिका का यौन शोषण: थानेदार को हटाया, क्राइम ब्रांच को सौंपी जांच
12 वर्षीय बालिका का यौन उत्पीड़न प्रकरण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हुडकेश्वर थाने में दर्ज 12 वर्षीय बालिका के यौन उत्पीड़न में आखिरकार थानेदार जग्वेंद्रसिंह राजपूत के हाथों से प्रकरण की जांच वापस लेकर अब इस प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। इस प्रकरण में आगे की जांच महिला पुलिस अधिकारी रेखा संकपाल करेंगी। बता दें कि, यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग मामले को लेकर गंभीर हो गया है।

क्राइम ब्रांच के मानव तस्करी विरोधी दस्ते की अधिकारी रेखा संकपाल इससे पूर्व बच्चा बिक्री प्रकरण का भांडाफोड़ कर चुकी हैं। आरोपियों की धरपकड कर उन्हें जेल के सीखचों के पीछे पहुंचा चुकी हैं। नागरिकों को उम्मीद है कि, रेखा संकपाल इस प्रकरण मंे परत-दर-परत जांच कर सब कुछ जल्द सामने लाएंगी। इस प्रकरण में पुलिस ने अभी तक आरोपी तहा खान, उसके साला अजहर को गिरफ्तार किया है, लेकिन आरोपी हिना खान की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उम्मीद की जा रही है कि, हिना की जल्द गिरफ्तारी होगी।

जांच सौंपने में अधिकारियों की हिचकिचाहट समझ से परे : इस प्रकरण में उपायुक्त आैर थानेदार को पोक्सो एक्ट के तहत महिला पुलिस अधिकारी को जांच करने की िजम्मेदारी देना अनिवार्य था, लेकिन जांच उपनिरीक्षक बालू राठोड़ को दी गई। राठोड़ ने दोनों आरोपियों को वीआईपी ट्रीटमेंट देकर उन्हें मोबाइल पर बातचीत करने दी। यह बात आयुक्त के ध्यान में आने पर उन्होंने राठोड़ को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद पोस्को एक्ट को फिर तिलांजलि देकर वरिष्ठ अधिकारियों ने थानेदार जग्वेंद्रसिंह राजपूत को जांच सौंप दी। पुलिस की इस कार्य प्रणाली क्षुब्ध नागरिकों ने गृहमंत्री फडणवीस व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले को निवेदन दिया था। नागरिकों का सवाल था कि, बच्ची के गुप्तांग में सिगरेट के चटके देने के बाद भी आखिर आला अफसर किसी महिला अधिकारी को यह जांच सौंपने में क्यों हिचकिचा रहे थे।

राज्य महिला आयोग गंभीर : इस यौन उत्पीडन प्रकरण को राज्य महिला आयोग ने भी गंभीरता से लिया है। आयोग की सदस्य आभा पांडे इस प्रकरण की जांच का ब्यौरा लेकर निष्पक्ष जांच हो, इसके लिए वह संबंधित पुलिस अधिकारियों को सूचना भी देने वाली हैं।

नागपुर लाया, तब 9 वर्ष की थी : बालिका को बंग्लुरु में लॉकडाउन के तीन माह पहले बेचा गया था। तब वह 2री कक्षा में पढ़ती थी। बालिका को जब नागपुर लाया गया, तब वह 9 वर्ष की थी। उस समय उसके साथ 2-3 बार दुष्कर्म भी किया गया। आरोपी तहा खान, उसकी पत्नी हिना और साला अजहर उसे चाकू, तवे से चटके देते थे। इस अमानवीय व्यवहार में हिना भी लिप्त थी, जबकि वह दो बेटियों की मां है।

बालिका की आपबीती सुनकर लोगों की आंखें नम हो गईं : सूत्रों के अनुसार बालिका ने जब न्यायालय में आपबीती सुनाई तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। बालिका ने कहा कि, इन लोगों ने उसे जैसे चटके दिए हैं, वैसे उन्हें भी चटके दो। बालिका पढ़ने की इच्छा भी जाहिर की। वह पढ़कर अधिकारी बनना चाहती है। कुछ समाजसेवी महिलाएं चाहती हैं कि, उसकी यह इच्छा पूरी हो। इसके लिए वे प्रयास में लगी हैं।

Created On :   13 Sept 2023 11:45 AM IST

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