बिजली गुल की समस्या से मिलेगी राहत

बिजली गुल की समस्या से मिलेगी राहत
शहर की बढ़ती बिजली की जरूरत को पूरा करने की कवायद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपभोक्ताओं को अच्छी व गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति के लिए महावितरण अपने बुनियादी ढांचे में परिवर्तन कर रहा है। बिजली का बढ़ा हुआ लोड खींचने के लिए जगह-जगह नए ट्रांसफार्मर व फीडर लगाए जा रहे हैं। कई फीडरों को अलग-अलग किया जा रहा है, ताकि बिजली गुल की समस्या से निजात मिल सके। मानसून में बिजली खपत कम होती है। इस दौरान बिजली के ढांचे में परिवर्तन करने या उसे अपग्रेड करने में महावितरण के पास मनुष्यबल उपलब्ध होता है। आरडीएसएस योजना के तहत जिले में बिजली का स्ट्रक्चर अपडेट करने का काम किया जा रहा है।

अतिरिक्त लोड खींचने में कमजोर

कुशल वितरण प्रणाली विकसित करना, उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति करना और नागपुर में बिजली हानि और फीडर के विकेंद्रीकरण का काम किया जा रहा है। यह काम केंद्र सरकार की सुधारित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत की जा रही है। नागपुर में बिजली का स्ट्रक्चर काफी पुराना है, जो अतिरिक्त लोड खींचने में कमजोर साबित हो रहा है। आरडीएसएस के तहत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का काम हो रहा है। नए अपग्रेड ट्रांसफार्मर व फीडर से बिजली हानी भी कम हो सकेगी। साल 2025-26 तक जिले में बुनियादी ढांचा अपग्रेड करने का काम पूरा करना है। रिएक्टिव पावर मैनेजमेंट के तहत जिले के 12 सबस्टेशनों में कैपेसिटर बैंक की स्थापना के लिए कार्यादेश दिए गए हैं। उन्नत वितरण क्षेत्र योजना के तहत स्मार्ट मीटरिंग और पावर सिस्टम सशक्तिकरण कार्य भी प्रस्तावित हैं। योजना के तहत जिले में 205 बिजली लाइनों को अलग करने और बिजली हानि को कम करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर वास्तविक काम भी शुरू हो चुका है। जिले में 11 केवी लाइनों के कुल 163 खंड, 11 केवी ओवरहेड लाइनों की 3061.50 किमी लंबाई, 11 केवी भूमिगत लाइनों की 218.05 किमी लंबाई, 1519 नई बिजली वितरण लाइनें, 544.54 किमी लंबाई कम दबाव वितरण लाइनें, 190 विशेष लाइनें हैं ( विशेष डिजाइन ट्रांसफार्मर), 85 किमी लंबी उच्च दाब एरियल बंच केबल और 205 बिजली लाइनें स्वतंत्र करना शामिल हैं।

ओवरहेड लाइन की क्षमता में वृद्धि

बिजली हानि को कम करने के लिए 135 किमी लंबी 33 केवी ओवरहेड लाइन की क्षमता में वृद्धि, 256 किमी लंबी 11 केवी ओवरहेड लाइन की क्षमता में वृद्धि, 11 किमी लंबी निम्न दबाव वाली ओवरहेड लाइन की क्षमता में वृद्धि, 18 किमी लंबी 33 केवी ओवरहेड लाइन, 168 किमी लंबी 11 केवी ओवरहेड लाइन और 16 स्थानों पर फीडर बे की स्थापना के साथ 114 किमी लंबी 11 केवी भूमिगत लाइनों का विलगीकरण, उच्च दाब वितरण प्रणाली के तहत 121.2 किमी लंबी उच्च दाब लाइनें, 459 स्थानों पर वितरण स्विचगियर, 721.3 किमी लंबी कम दाब की आमार्ड केबल, 1376.2 किमी लंबी लो वोल्टेज एरियल बंच केबल और 50 स्थानों पर कैपेसिटर बैंक की स्थापना के कार्य प्रस्तावित हैं।

गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति करना महावितरण का लक्ष्य : दोडके

महावितरण नागपुर के मुख्य अभियंता दिलीप दोडके ने बताया कि बिजली की बढ़ती खपत के लिए बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करना जरूरी है। आरडीएसएस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 तक इन सभी कार्यों को पूरा करना है। उपभोक्ताआें को गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति प्रदान करना महावितरण का लक्ष्य है। जिले में विद्युत व्यवस्था मजबूत होगी आैर उपभोक्ताआें को गुणवत्तापूर्ण व निरंतर बिजली आपूर्ति हो सकेगी।

Created On :   19 Aug 2023 2:51 PM IST

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