मनपा अधिकारी नई वित्तीय अंकेक्षण प्रणाली समझने में नाकाम

मनपा अधिकारी नई वित्तीय अंकेक्षण प्रणाली समझने में नाकाम
  • आर्थिक परेशानी - नहीं मिला वेतन
  • जोन स्तर पर बनाने थे बिल, वार्ड अनुसार बनाकर भेजे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर महानगरपालिका में कार्यरत अनेक स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों को जून 2023 का वेतन अब तक नहीं मिला है, जबकि परिपत्रक के अनुसार 1 तारीख को ही वेतन जमा करने के आदेश हैं। वेतन जमा नहीं होने से मनपा कर्मचारियों में रोष है।

अधिकारी समझ नहीं पा रहे : दरअसल, इसकी बड़ी वजह मनपा की नई वित्तीय अंकेक्षण प्रणाली यानी फाइनेंनशियल अकाउंटिंग सिस्टम है। मनपा ने 1 अप्रैल से इस प्रक्रिया को लागू किया है। पहले मैन्युअल बिल भेजे जाते थे। नई प्रक्रिया अनुसार अब अधिकारियों को डिजिटली अकाउंटिंग कर वित्त विभाग को बिल भेजने हैं। लेकिन तीन महीने बाद भी अधिकारी यह प्रणाली समझने में नाकाफी साबित हो रहे हैं।

देरी की यह है वजह : हद तो यह है कि कुछ जोन कार्यालयों ने वार्ड अनुसार अलग-अलग बिल बनाकर जमा किए हैं, जिस कारण वित्त विभाग को यह बिल लौटाने पड़े और दोबारा जोन स्तर पर कन्सॉलिडेट बिल बनाकर भेजने के निर्देश देने पड़े। जोन स्तर से बिल बनाने में हो रही देरी के कारण कर्मचारियों के वेतन अटक गए हैं। अभी भी करीब दो जोन के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी वर्ग के कर्मचारियों के वेतन नहीं हुआ है। मनपा वित्त विभाग द्वारा हर महीने करीब 65 करोड़ रुपए का वेतन भुगतान किया जाता है। इसमें 6 हजार नियमित कर्मचारी और 9800 पेंशन धारक है।

आर्थिक संकट में कर्मचारी : अधिकारियों की नाकामी के कारण कर्मचारियों को परेशान होना पड़ रहा है। कर्मचारियों को तुरंत वेतन नहीं दिया गया तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा।-एड. धर्मपाल मेश्राम, पूर्व सभापति

1-2 जोन में समस्या: लगभग सभी कर्मचारियों के वेतन हो गए है। एक-दो जोन में समस्या आ रही है। उनके बिल समय पर नहीं मिल पा रहे हैं। अगर समय पर बिल आ जाए तो वेतन भी समय पर भुगतान करने में आसानी होगी। -सदाशिव शेलके, मुख्य लेखा वित्त अधिकारी, मनपा

Created On :   20 July 2023 11:55 AM IST

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