नागपुर: हिंगना तहसील में सर्वाधिक जलस्रोत दूषित

नागपुर:  हिंगना तहसील में सर्वाधिक जलस्रोत दूषित
  • जन स्वास्थ्य खतरे में
  • 25 नमूनों की रिपोर्ट आना अभी बाकी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल स्रोतों की अणुजैविक जांच में हिंगना तहसील में सर्वाधिक जलस्रोत दूषित पाए जाने का खुलासा हुआ है। जिला परिषद के पानी व स्वच्छता विभाग की ओर से जून-जुलाई में 9 तहसीलों से 2961 पानी के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए थे। उनमें से 20 नमूनों की रिपोर्ट में पानी दूषित पाया गया। अकेले हिंगना तहसील के 10 नमूने दूषित निकले। हिंगना तहसील से 592 नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, उनमें से 557 की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। 25 नमूनों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

दूषित पानी से गैस्ट्रो, कॉलरा का खतरा : अणुजैविक जांच में पानी में घुले स्वास्थ्य के लिए घातक जीवाणुओं का पता लगाया जाता है। दूषित पानी पीने के लिए उपयोग में लाने पर गैस्ट्रो, कॉलरा आदि बीमारी का खतरा बना रहता है। इन बीमारियों से बचाव के लिए पानी व स्वच्छता विभाग की आेर से साल में दो बार जिले के सभी जलस्रोतों के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जाते हैं। जून-जुलाई महीने में 9 तहसीलों से 2961 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए। उनकी रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें 2897 जलस्रोतों का पानी पीने योग्य और 20 जलस्रोतों का पानी पीने के लिए अयोग्य घोषित किया गया।

जलस्रोत दूषित होने के कारण : जलस्रोत के आसपास पानी जमा होकर जमीन में रिसाव, लीकेज से पाइप लाइन में गंदा पानी घुसना, शौचालयों का पानी जलस्रोत में पहुंचना आदि प्रमुख कारण माने जाते हैं। इन खतरों को टालने के लिए आवश्यक उपाय योजना करने का सुझाव दिया गया है।

क्लोरिनेशन से जलस्रोतों का शुद्धिकरण : अणुजैविक जांच में दूषित जलस्रोतों में ब्लीचिंग पावडर का उपयोग कर शुद्धिकरण किया जा सकता है। जल निरीक्षक अनिल राजेधर ने बताया कि क्लोरिनेशन के बाद पानी का नियमित उपयोग करने में कोई हर्ज नहीं है।

तहसील के अनुसार स्थिति

तहसील नमूनों की जांच दूषित जलस्रोत

पारशिवनी 473 3

रामटेक 602 4

नरखेड़ 637 3

काटोल 38 0

हिंगना 592 10

नागपुर ग्रा. 14 0

कलमेश्वर 02 0

उमरेड 485 0

भिवापुर 118 0

कुल 2961 20


Created On :   21 July 2023 10:37 AM IST

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