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Nagpur News: महाज्योती की देरी से ओबीसी छात्रों को नुकसान, युवा अधिकार मंच ने डीबीटी सहायता की उठाई मांग

- छात्रों को निजी संस्थानों में जाना पड़ा
- 20 करोड़ रुपए खर्च पर भी सवाल
Nagpur News. राज्य सरकार की महात्मा जोतिराव फुले संशोधन व प्रशिक्षण संस्था (महाज्योती) द्वारा ओबीसी, व्हीजेएनटी और एसबीसी छात्रों के लिए प्रस्तावित जेईई/नीट/एमएचटी-सीईटी (2025–27) ऑनलाइन प्रशिक्षण में भारी देरी हो रही है। जून में शुरू होने वाली यह कोचिंग नवंबर तक भी शुरू नहीं हो पाई, जिससे हजारों छात्रों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। इस देरी से नाराज ओबीसी युवा अधिकार मंच ने महाज्योती से ऑनलाइन प्रशिक्षण के बजाय पात्र छात्रों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
छात्रों को निजी संस्थानों में जाना पड़ा – मंच
मंच के मुख्य संयोजक उमेश कोर्राम ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी जून से ही शुरू हो जाती है। महाज्योती की विलंबित प्रक्रिया के कारण कई आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को मजबूरन निजी कोचिंग संस्थानों में भारी फीस देकर प्रवेश लेना पड़ा। अब जब ऑनलाइन प्रशिक्षण पांच महीने की देरी से शुरू होगा, तो इसका कोई वास्तविक लाभ नहीं मिलेगा।
20 करोड़ रुपए खर्च पर भी सवाल
कोर्राम ने महाज्योती द्वारा 3,500 छात्रों पर लगभग 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाने पर भी आपत्ति जताई। कहा कि यह बड़ा सवाल है, इतनी देर से मिलने वाले प्रशिक्षण का लाभ छात्रों तक पहुंचेगा या निजी संस्थाओं को लाभ मिलेगा।
तत्काल डीबीटी की मांग
ओबीसी युवा अधिकार मंच ने मांग की है कि ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू करने के बजाय पात्र छात्रों को तुरंत डीबीटी सहायता दी जाए, अनावश्यक विभागीय खर्च पर रोक लगाई जाए। इसी संबंध में उमेश कोर्राम, शुभम तिखट और मनोज वानखेडे ने महाज्योती के व्यवस्थापकीय संचालक को ज्ञापन सौंपा। मंच ने कहा कि इस देरी से गरीब छात्र मुख्य शैक्षणिक प्रवाह से बाहर होते जा रहे हैं।
Created On :   14 Nov 2025 7:24 PM IST













