Nagpur News: सार्वजनिक कुएं : 860 में से 464 साफ, 1.24 करोड़ खर्च

सार्वजनिक कुएं : 860 में से 464 साफ, 1.24 करोड़ खर्च
मनपा ने हाई कोर्ट में दी जानकारी, अदालत ने संज्ञान लेकर किया निरीक्षण

Nagpur News शहर के सार्वजनिक कुओं की खराब स्थिति को लेकर दायर जनहित याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सुनवाई हुई। अदालत के निर्देशानुसार मनपा ने सार्वजनिक कुओं की वर्तमान स्थिति का विवरण शपथ पत्र में प्रस्तुत किया। बताया गया कि वर्ष 2024-25 के दौरान शहर के कुल 860 सार्वजनिक कुओं में से 464 कुओं की सफाई पूरी कर ली गई है। यह कार्य मनपा के 10 जोन में किया गया है, और इस पर अब तक लगभग 1.24 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

स्थिति अत्यंत खराब नागपुर शहर के आधे से अधिक सार्वजनिक कुओं का पानी अब पीने योग्य नहीं रहा है। कई कुएं सूख चुके हैं या कचरे के गड्ढों में बदल गए हैं। इन कुओं को पुनर्जीवित करने की मांग को लेकर संदेश सिंगलकर ने जनहित याचिका दायर की थी। इस याचिका पर न्यायमूर्ति अनिल किलोर और न्यायमूर्ति रजनीश व्यास की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई हुई। अदालत ने शहर के सार्वजनिक कुओं की स्थिति का संज्ञान लेते हुए स्वयं तीन कुओं का निरीक्षण किया था। बताया गया कि इनकी स्थिति अत्यंत खराब थी। इनमें से दो कुएं मनपा के नहीं, बल्कि लोक निर्माण विभाग के अधीन आते हैं, यह जानकारी मनपा ने अदालत को दी थी।

"सिविक सेंस' की कमी : शपथ पत्र में मनपा ने यह भी स्पष्ट किया कि इन कुओं का पानी नागरिकों के पीने योग्य नहीं है। इसका उपयोग केवल वाहनों की धुलाई, सार्वजनिक उद्यानों में पौधों को पानी देने और अन्य गैर-पेय कार्यों के लिए किया जा सकता है। मनपा ने यह भी बताया कि कुछ नागरिकों में नागरिक समझ (सिविक सेंस) की कमी के कारण, सफाई के बाद भी वे इन सार्वजनिक कुओं में कचरा फेंकते रहते हैं, जिससे कुओं की स्थिति फिर खराब हो जाती है। मनपा ने इसे इस समस्या का प्रमुख कारण बताया है।

Created On :   14 Nov 2025 1:49 PM IST

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