Nagpur News: नागपुर यूनिवर्सिटी के सौ साल में पहली बार महिला के हाथ में कुलगुरु की कमान

नागपुर यूनिवर्सिटी के सौ साल में पहली बार महिला के हाथ में कुलगुरु की कमान
डॉ. मनाली क्षीरसागर बनीं नई कुलगुरु

Nagpur News राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के नए कुलगुरु की नियुक्ति अंतत: सोमवार को हो गई। राज्यपाल एवं कुलाधिपति आचार्य देवव्रत ने लंबे इंतजार के बाद डॉ. मनाली मकरंद क्षीरसागर को कुलगुरु नियुक्त कर दिया। यह नागपुर विवि के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार है, जब किसी महिला को कुलगुरु की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डॉ. क्षीरसागर वर्तमान में यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नागपुर में निदेशक (तकनीकी) और सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं। उनकी नियुक्ति 5 वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, के लिए प्रभावी होगी।

प्रभारी के भरोसे था कामकाज : उल्लेखनीय है कि विवि का कुलगुरु पद पिछले कई महीनों से प्रभारी व्यवस्था पर चल रहा था। प्रभारी कुलगुरु डॉ. प्रशांत बोकारे ने करीब 10 महीने पद संभालने के बाद अप्रैल 2025 में अतिरिक्त प्रभार अपर विभागीय आयुक्त डॉ. माधवी खोडे-चवरे को सौंप दिया था। इस स्थिति में सवाल उठने लगा था कि विवि का कामकाज कितने दिन केवल अधिकारियों के भरोसे चलता रहेगा। इसी मुद्दे पर सीनेट सदस्य एड. मनमोहन बाजपेयी ने राज्यपाल से पूर्णकालिक कुलगुरु नियुक्त करने की मांग करते हुए निवेदन सौंपा था। छात्र संगठनों ने भी बार-बार स्थायी कुलगुरु की नियुक्ति की मांग उठाई थी। एनएसयूआई ने भी कुलगुरु स्थानीय और महिला होने की मांग की थी। आखिरकार यह मांग पूरी हो गई है। इसके साथ ही, राज्यपाल ने डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विवि, अकोला के पूर्व संचालक (अनुसंधान) डॉ. विलास काशीनाथ खर्चे को महात्मा फुले कृषि विवि, राहुरी का कुलगुरु नियुक्त किया है।

5 में से 4 के हुए थे इंटरव्यू : कुल 27 उम्मीदवारों के प्रारंभिक इंटरव्यू और प्रेजेंटेशन के बाद 5 नाम अंतिम सूची में चुने गए थे। इसमें डॉ. मनाली क्षीरसागर, निवृत्त प्रभारी प्र-कुलगुरु डॉ. सुभाष कोंडावार, श्री शिवाजी एजुकेशन सोसाइटी अमरावती की डॉ. स्मिता देशमुख, छत्रपति संभाजी नगर के डॉ. सतीश पाटील और आईआईटी रुड़की के प्रो. उदय प्रताप सिंह शामिल थे। 30 नवंबर को राज्यपाल ने इन 5 में से 4 उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया था और सोमवार को डॉ. क्षीरसागर को कुलगुरु नियुक्त कर दिया।

सर बिपिन कृष्ण बोस बने थे पहले कुलगुरु : राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की स्थापना 4 अगस्त 1923 को हुई थी। इसके सबसे पहले कुलगुरु सर बिपिन कृष्ण बोस बने, जो 1923 से 1929 तक पद पर रहे। इसके बाद कर्नल, लेफ्टिनेंट कर्नल, न्यायमूर्ति और नामचीन शिक्षाविदों ने कुलगुरु का दायित्व संभाला। हाल के वर्षों में डॉ. सिद्धार्थ विनायक काणे और दिवंगत डॉ. सुभाष चौधरी इस पद पर आसीन रहे। 100 साल के इस गौरवशाली इतिहास में एक बात हमेशा अधूरी रह गई थी कि कभी किसी महिला को कुलगुरु बनाने का गौरव विवि को नहीं मिला। अब यह ऐतिहासिक कमी दूर हो गई है।

Created On :   2 Dec 2025 11:27 AM IST

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