जान बचाना जरूरी पर मेडिकल की बंद सक्शन मशीन को ठीक करने में लग सकता एक सप्ताह

जान बचाना जरूरी पर मेडिकल की बंद सक्शन मशीन को ठीक करने में लग सकता एक सप्ताह
  • हर यूनिट में चार ऐसी मशीनें होती हैं
  • बंद सक्शन मशीन को ठीक करने में लग सकता एक सप्ताह

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में सभी वार्डाें में मरीजों को ऑक्सीजन व सक्शन मशीन लगाई गई है, लेकिन पिछले हफ्ते भर से कुछ वार्ड व आईसीयू के कुछ बेड की सक्शन मशीन बंद पड़ी है। सक्शन मशीन से गंभीर मरीज, बेहोश मरीज व कोमा में जा चुके मरीजों के मुंह की लार व थूक बाहर निकाला जाता है। मेडिकल में ऐसे मरीजाें की संख्या बड़े प्रमाण में होती है। मेडिकल के अधिकतर वार्डों में बेड के पास ऑक्सीजन व सक्शन पाइप लाइन बिछाई गई है। पिछले हफ्ते चार मशीनें बंद हो गई थीं। इनमें से दो मशीनों की मरम्मत हो चुकी है। दो मशीनें अब भी बंद पड़ी है। इनकी मरम्मत होने में एक सप्ताह लग सकता है। मेडिकल में सक्शन मशीन के चार यूनिट हैं। हरेक यूनिट में चार मशीनें होती है। इनमें से एक यूनिट की दो मशीनें बंद है। आपात सेवा की सभी मशीनें शुरू है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक सक्शन भी है।

तुरंत मरम्मत की जाती है

डॉ. शरद कुचेवार, चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल अस्पताल के मुताबिक अस्पताल की पुरानी ऑक्सीजन पाइप लाइन में खराबी आने पर उसकी तुरंत मरम्मत की जाती है। इसके समांतर एक नई पाइप लाइन बिछाई गई है। ऑक्सीजन पाइप लाइन की देखभाल के लिए 24 बाय 7 टीम है, जो पाइप लाइन की निगरानी करती है। कहीं कोई संदेह होने पर तुरंत वहां की जांच कर आवश्यकता होने पर सुधार किया जाता है। अमृत महोत्सव वर्ष में मेडिकल में अनेक विकास योजनाओं पर काम किया जाने वाला है। मरीजों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा देने की दिशा में मेडिकल प्रशासन प्रयासरत है।


Created On :   7 Aug 2023 6:52 PM IST

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