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गडकरी ने प्राध्यापकों की ली क्लास, कहा-रोजगार देने वाले पाठ्यक्रम हमारे पास नहीं हैं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विद्यापीठ शिक्षा का केंद्र है, इसे राजनीतिक को दूर रखना चाहिए। आपको राजनीति में जाने का अधिकार है। जिन्हें जाना है, वे निश्चित रूप से राजनीति में जाएं, लेकिन विद्यापीठ में राजनीति नहीं होना चाहिए। यह सलाह केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने दी। विद्यापीठ शिक्षण मंच द्वारा सुरेश भट सभागृह में आयोजित गुरुवंदना व सत्कार समारोह में गडकरी बोल रहे थे। इस अवसर पर विधायक रामदास आंबटकर, मंच की अध्यक्ष डॉ. कल्पना पांडे, महामंत्री डॉ. सतीश चाफले उपस्थित थे।
जो पढ़ा रहे हैं उसका भविष्य में कोई उपयोग नहीं है
गडकरी ने कहा कि, हमारे पास कोयले की खदानें है, लेकिन कोयले पर अभ्यास होता नहीं है। मिहान में अनेक नई-नई कंपनियां आयी है, लेकिन वहां उद्योग को पूरक तकनीकी सिखाने वाले पाठ्यक्रम हमारे पास नहीं है। खेद जताते हुए कहा कि, उनसे विद्यापीठ का कोई संपर्क नहीं है। गडकरी ने कहा कि, कौनसे प्रकार की शिक्षा देने से रोजगार मिलेगा, ऐसा पाठ्यक्रम तैयार करें। इसके लिए शिक्षकों को भी प्रयास करना चाहिए। मौजूदा समय में हम अपनी पीढ़ी को कौनसी शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं इस पर उनका भविष्य निर्भर है। वर्तमान समय में कौनसे पाठ्यक्रम की जरूरत है, इसके लिए व्यावसायिक विशेषज्ञों से कोई चर्चा नहीं करता है। पाठ्यक्रम तैयार करने वाले और नई तकनीक का इस्तेमाल करने वाले व्यावसायिकों में कोई संवाद नहीं है, इसलिए जमीनी स्तर पर किस तकनीक का उपयोग हो रहा है, इसका पाठ्यक्रम में समावेश नहीं है, जो पढ़ा रहे हैं उसका भविष्य में कोई उपयोग नहीं है।
शिक्षक धर्म, यानी कर्तव्य है
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, यह अच्छी बात है भविष्य का भारत बनाने का काम तुम्हारे हाथों से हो रहा है। शिक्षण मंच की कुछ वैचारिक भूमिका है। अपने पुराने दिनों को ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि, विद्यापीठ से मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। सर्वोच्च न्यायालय ने धर्म का अर्थ बताते हुए कहा कि, हिंदू यह जीवनपद्धति है। धर्म का संबंध कर्तव्य से है, इसलिए शिक्षक का यह धर्म यानी उनका कर्तव्य है। शिक्षकों का धर्म शिष्य को उत्तम ज्ञान देना, संस्कारी कर अच्छा नागरिक बनाना है। इस अवसर पर डॉ. कल्पना पांडे ने नागपुर विद्यापीठ में शिक्षण मंच की मदद से शुरू किए विविध कामों की जानकारी दी। सतीश चाफले ने प्रास्ताविक किया। इस अवसर पर अनेक प्राध्यापकों का सत्कार किया गया।
Created On :   7 July 2023 1:16 PM IST