एप तैयार: अब पशु प्रजातियों की आबादी- नस्ल, उम्र और लिंग की हो रही है गणना

अब पशु प्रजातियों की आबादी- नस्ल, उम्र और लिंग की हो रही है गणना
  • जिले में प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण
  • सटीकता और पारदर्शिता के लिए तैयार किया मोबाइल एप

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में 1 सितंबर से पशुगणना शुरू हो गई है। यह पशुगणना 31 दिसंबर 2024 तक की जाएगी। पशु गणना में पशु प्रजातियों की आबादी, नस्ल, उम्र और लिंग की गणना की जा रही है। इस गणना में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार में सभी प्रकार के पशुधन की संख्या दर्ज की जाएगी। गणना प्रक्रिया में सटीकता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मोबाइल एप बनाया गया है। पशुगणना में इसका उपयोग किया जाएगा। इसके लिए जिले में प्रगणकों व पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

पशुधन को उद्योग के रूप में विकसित करना है

पशुधन क्षेत्र को एक उद्योग के रूप में विकसित करने और जिले में पशुधन की संख्या पर व्यापक जानकारी इकट्ठा करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का नियोजन, सुसूत्रता, कार्यान्वयन और निगरानी की सुविधा के लिए पशु जनगणना आयोजित की जाएगी। पशुपालन विभाग की उपायुक्त डॉ. मंजूषा पुंडलिक ने कहा कि इसमें प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न पशु प्रजातियों की आबादी, उनकी नस्ल, उम्र और लिंग सहित विस्तृत सटीक जानकारी एकत्र करना है।

यह राष्ट्रीय कार्यक्रम

पशुपालन विभाग की उपायुक्त डॉ. मंजूषा पुंडलिक ने कहा कि पशुधन गणना एक बहुत ही महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रम है और इसे निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाना है। इसलिए उन्होंने जिले के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों से अपील की है कि वे इस प्रक्रिया में अपने घर पर आने वाले प्रगणकों को सहयोग देकर उचित जानकारी दे।

पशुधन को है अच्छा बाजार

पशुधन को नागपुर समेत देश भर में अच्छा बाजार है। इसके माध्यम से कई लोगों की आजीविका चल रही हैै। यह एक अच्छे व्यवसाय व उद्योग के रूप में भी फला-फुला है। इसे उद्योग के रूप में शासकीय स्तर पर बढ़ावा मिलने से लोग तेजी से इस व्यवसाय से जुड़ सकते है।

Created On :   2 Sept 2024 10:25 PM IST

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