- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- नागपुर : अब कपड़े की थैली में...
नागपुर : अब कपड़े की थैली में मिलेंगे बेडरोल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुंबई में ट्रेन में दिए जाने वाले बेडरोल अब कागज के पैकेट की जगह कपड़े की थैली में देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए एक प्राइवेट कंपनी की मदद ली गई है। कंपनी अपने विज्ञापन के साथ रेलवे को यह थैलियां मुफ्त में देगी। नागपुर विभाग में प्रतिदिन 3 हजार बेडरोल यात्रियों को दिए जाते हैं। अब मुंबई की तर्ज पर नागपुर विभाग में भी किसी निजी कंपनी की अनुबंध करने के बारे में रेल प्रशासन सोच रहा है। हालांकि, अभी तक इस बेरे में कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है। मध्य रेल ने मेसर्स आधार कार्पोरेशन लिमिटेड के सहयोग से यह अभूतपूर्व पहल की है, जो गैर-किराया राजस्व बढ़ाने के साथ यात्री सुविधा भी बढ़ाने वाली है।
पेपर बैग पर होने वाला खर्च बचेगा, कचरा भी नहीं होगा
इस दूरदर्शी कदम ने वातानुकूलित कोचेस में यात्रियों को मिलने वाली चादरें-तौलिया दिए पारंपरिक पेपर बैग को पर्यावरण-अनुकूल, टिकाऊ और पुन: प्रयोग किए जाने वाले बैग से परिवर्तित कर दिया है। परंपरागत रूप से ब्राउन क्राफ्ट पेपर बैग के उपयोग से भारतीय रेलवे को अधिक खर्च वहन करना पड़ता है। पेपर बैग अक्सर खोलते समय पर फट जाते हैं, जिससे कोच के भीतर कचरा फैल जाता है।
कंपनी मुफ्त में थैलियां देगी, लेकिन उस पर विज्ञापन होगा
मेसर्स आधार कार्पोरेशन लिमिटेड ने पेपर बैग को बंद करने और उनके उत्पादन के लिए होने वाली पेड़ों को कटाई को कम करने का सुझाव देने के साथ पेपेर बैग की जगह यात्रियों को पर्यावरण अनुकूल, टिकाऊ और पुन: प्रयोग में आने वाली बैग देने का प्रस्ताव दिया, ताकि यात्री यात्रा के बाद घर ले जा सके। हालांकि, यह बैग शुरू में पारंपरिक क्राफ्ट कवर की तुलना में अधिक महंगे थे, लेकिन आपूर्तिकर्ता ने इन बैगों की मध्य रेल को मुफ्त आपूर्ति करने की पेशकश की तथा बदले में बैगों पर अपने विज्ञापन के लिए विशेष अनुरोध रेलवे से किया था। इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए मध्य रेल ने प्रायोगिक आधार पर इन बैग का उपयोग मुंबई से प्रस्थान करने वाली ट्रेनों पर लागू किया है। गुरुवार को यह पहल एक बेहतरीन प्रयोग साबित हुई है। इसी की तर्ज पर नागपुर मंडल में भी इस तरह की पहल करने की गतिविधियां हो रही हैं।
नागपुर मंडल में भी दे सकते हैं
मुंबई में बेडरोल देने की अच्छी पहल है। नागपुर मंडल में भी इसके बारे में सोचा जा रहा है। हालांकि, अभी यह काफी प्राइमरी स्टेज पर है। -आशुतोष श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम, मध्य रेलवे नागपुर मंडल
Created On :   7 July 2023 1:02 PM IST