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जानलेवा साबित हो रहे खुले चेंबर, दुर्घटना की आशंका
- शहर में 1600 किमी लंबी सीवेज लाइन
- सफाई के लिए 52500 बनाए गए हैं चेंबर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बरसात के पहले शहर में नदी-नालों की सफाई को पूरा करने का दावा महानगर पालिका प्रशासन कर रहा है, लेकिन शहर में अब भी बड़े पैमाने पर सीवेज और स्ट्राम ड्रेन लाइन के बुरे हाल बने हुए हैं। शहर में करीब 1600 किमी लंबी सीवेज लाइन मौजूद है। इस लाइन पर सफाई के लिए करीब 52500 चेंबर बनाए गए हैं, लेकिन अधिकतर स्थानों पर चेंबर के ढक्कन चोरी हो चुके हैं। लापरवाही की हद यह है कि शहर में मुख्य रास्तों के बीच में मौजूद चेंबर पर जाली और ढक्कन नदारद होने को लेकर प्रशासन गंभीरता नहीं बरत रहा है। ऐसे में बरसात में जल-जमाव होने पर वाहन चालकों को चेंबर के गड्ढों से दुर्घटना का शिकार होना पड़ सकता है।
1140 किमी में स्ट्राम ड्रेन लाइन : शहर में रास्तों के फुटपाथ के भीतर ही जलजमाव को सुगम बनाने के लिए 1140 किमी लंबे क्षेत्र में स्ट्राम डेन लाइन बनाई गई है। इस लाइन पर करीब 88 हजार चेंबर बनाए गए हैं, लेकिन इन चेंबरों के भी बुरे हाल है। इनमें भी अधिकतर स्थानों पर ढक्कन नहीं हैं। फुटपाथ दुकानदारों ने अपनी सुविधा के लिए चेंबर को खड्डों अथवा अस्थायी रूप से ढंक दिया है।
देखभाल में अनदेखी : शहर में ड्रेनेज और स्ट्राम ड्रेन लाइन को देखभाल करने की जिम्मेदारी मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को है। मुख्यालय की कार्यकारी अभियंता श्वेता बनर्जी को सभी जोन के कार्यकारी अभियंताओं से समन्वय कर देखभाल को पूरा करना है, लेकिन हैरानी यह है कि इस पूरी जिम्मेदारी को अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार के जिम्मे होने की जानकारी श्वेता बनर्जी दे रही हैं, वहीं दूसरी ओर प्रत्येक जोन कार्यालय में लोककर्म विभाग के कार्यकारी अभियंता के अलावा अलग से पीएचई के लिए भी कार्यकारी अभियंता होने चाहिए, लेकिन सभी जोन में पीएचई का अतिरिक्त प्रभार लोककर्म विभाग के कार्यकारी अभियंता को सौंपा गया है। ऐसे में आला अधिकारियों की अनदेखी और कार्यकारी अभियंताओं पर अतिरिक्त प्रभार से ड्रेनेज लाइन और स्ट्राम ड्रेन लाइन भगवान भरोसे बनी हुई है।
जोन कार्यालय से लें जानकारी : मुख्यालय में पीएचई की कार्यकारी अभियंता श्वेता बनर्जी से शहर में सीवेज लाइन की लंबाई और चेंबर संख्या को लेकर सवाल करने पर जोन कार्यालयों और अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार से जानकारी लेने के लिए कहा गया। इतना ही नहीं श्वेता बनर्जी ने दो दिन पहले नए मनपा आयुक्त को भी सीवेज लाइन को लेकर सवाल करने पर जोन कार्यालयों की जिम्मेदारी बताने की जानकारी दी।
जिम्मेदारी पीएचई के हवाले
सुनील उईके, प्रभारी कार्यकारी अभियंता, लोककर्म विभाग, मनपा के मुताबिक शहर में करीब 1600 किमी लंबे क्षेत्र में सीवेज लाइन मौजूद है, इन लाइन के जंक्शन के रूप में करीब 52500 चेंबर मौजूद हैं। सीवेज लाइन और चेंबर की देखभाल और दुरुस्ती को लेकर पीएचई विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। पीएचई के कार्यकारी अभियंता के माध्यम से जोन स्तर के कार्यकारी अभियंताओं से समन्वय कर देखभाल होती है।
Created On :   9 July 2023 6:00 PM IST