निगरानी: अब पेंच जलाशय में अंडर वॉटर कैमरे लगेंगे

अब पेंच जलाशय में अंडर वॉटर कैमरे लगेंगे
मछलीमारों पर रहेगी नजर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जल्द ही नागपुर के पेंच जलाशय में अंडर वॉटर कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि अवैध मछलीमारों की निगरानी की जा सके। इससे पानी में छोड़े जाल साफतौर पर देखने मिलेंगे। हाल ही में महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश पेंच व्याघ्र प्रकल्प की संयुक्त बैठक तुरीया गेट पर हुई थी, जिसमें अवैध मछलीमार पर नकेल के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। इसी बैठक में अंडर वॉटर कैमरे जैसी एडवान्स टेक्नॉलोजी पर जोर दिया गया।

जाल फेंककर चले जाते हैं : महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश का पेंच जंगल बहुत बड़े क्षेत्र में फैला है। यहां बाघों से लेकर सभी वर्ग के वन्यजीवों का बसेरा है। पेंच जलाशय भी बहुत बड़ा है। यहां मगरमच्छ भी हैं। बड़े पैमाने पर मछलियों की उपस्थिति के कारण यहां अवैध मछलीमारों की संख्या हर साल बढ़ रही है। दो विभाग का क्षेत्र होने से अवैध रूप से मछली पकड़ने वाले वन विभाग के हाथ नहीं लगते हैं। इन्हें पकड़ने के लिए पेट्रोलिंग आदि भी की जाती है। कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं, लेकिन ज्यादातर मछलीमार आंखों में धूल झोंकते हैं। वे चुपके से आकर यहां कुछ जगहों पर जाल फेंक देते हैं। पानी में डूबा होने के कारण जाल दिखाई नहीं देता। कुछ समय बाद वे आकर जाल में फंसी मछलियों को निकाल लेते हैं। वन विभाग के गश्ती दल को भनक तक नहीं लगती है। इसी कारण उपरोक्त बैठक में अंडर वॉटर कैमरे पर जोर दिया गया। फिलहाल वन विभाग इसे लगाने के बारे में योजना बना रहा है।

Created On :   20 Sept 2023 11:48 AM IST

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