नागपुर विश्वविद्यालय में हड़कंप : फर्जी डिग्रियों के आधार पर पाई विदेश में नौकरी

नागपुर विश्वविद्यालय में हड़कंप : फर्जी डिग्रियों के आधार पर पाई विदेश में नौकरी
  • फर्जी डिग्रियों के आधार पर पाई विदेश में नौकरी
  • इराक में नौकरी हासिल करने वाले 26 विद्यार्थियों का खुलासा
  • केंद्र और राज्य सरकार को लिखा पत्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्रियां तैयार करके इराक में नौकरी हासिल करने वाले 26 विद्यार्थियों का खुलासा हुआ है। इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट का खुलासा होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। विवि प्रशासन ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय, केंद्रीय शिक्षा विभाग, राज्य सरकार और राज्यपाल को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी है। विश्वविद्यालय इस संबंध में पुलिस में शिकायत की भी तैयारी कर रहा है। दरअसल, इराक में नौकरी पाने वाले इन विद्यार्थियों की डिग्री पर वहां की सरकार को शक हुआ, इसलिए उन्होंने अपने दूतावास की मदद से नागपुर में मामले की पड़ताल की।

दूतावास के पत्र के बाद रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं

डॉ. प्रफुल्ल साबले, संचालक परीक्षा व मूल्यांकन मंडल के मुताबिक दूतावास के पत्र का संज्ञान लेकर हमने अपने रिकॉर्ड खंगाले। जिसमें पाया गया कि, ये डिग्रियां फर्जी हैं। इन फर्जी डिग्रियों का विश्वविद्यालय के किसी अधिकारी या कर्मचारी का संबंध नहीं है। इस पूरे मामले में हमने गृह मंत्रालय से लेकर, राज्यपाल कार्यालय को पत्र लिख कर सारी जानकारी दे दी है।

ऐसे हुआ खुलासा

दरअसल, कुछ सप्ताह पूर्व इराकी दुतावास से साकोली स्थित बाजीराव करंजेकर कॉलेज ऑफ फार्मेसी, वर्धा के बापूराव देशमुख अभियांत्रिकी महाविद्यालय और नागपुर के डॉ. आंबेडकर महाविद्यालय में पत्र आया, जिसमें 26 विद्यार्थियों का उल्लेख करते हुए कॉलेजों से पूछा गया कि, क्या ये उनके छात्र रहे हैं। कॉलेजों ने इससे इनकार किया, तो दूतावास ने नागपुर विश्वविद्यालय प्रबंधन को पत्र लिखकर उक्त विद्यार्थियों की डिग्रियों की प्रमाणिकता के बारे की पूछताछ की। इस पत्र के आधार पर विश्वविद्यालय ने अपने रिकॉर्ड खंगाले और यह पता लगाया कि, ये सारी डिग्रियां फर्जी हैं। डिग्रियों पर इस्तेमाल किया गया ठप्पा, कुलगुरु के हस्ताक्षर ये सभी फर्जी हैं। पूरे मामले में इराकी दूतावास के अधिकारी अब्दुल हमीद स्वयं 14 जून को नागपुर विश्वविद्यालय पहुंचे और अधिकारियों से मुलाकात की। ये डिग्रियां साल 2017 से 2020 की हैं। इसमें 24 डिग्रियां फार्मेसी, 2 इंजीनयरिंग और 1 माइक्रोबायोलॉजी की हैं।



Created On :   24 Jun 2023 7:53 PM IST

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