धोखाधड़ी: बैंक कर्मियों ने लगाई 21.50 लाख की चपत

बैंक कर्मियों ने लगाई 21.50 लाख की चपत
आरोपियों में आठ महिलाओं का समावेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मानकापुर क्षेत्र में एक फाइनेंस बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने बैंक के अन्य कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर 21 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी की। आरोप है कि, आरोपियों ने बोगस ग्राहकों के नाम से कर्ज उठाया और आपस में बांट लिया। आरोपियों ने फाइनेंस कंपनी व ग्राहकों के साथ ठगी की। इस मामले में तत्कालीन बैंक प्रबंधक निखिलेश प्रमोद कोटांगले की शिकायत पर मानकापुर पुलिस ने बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक विजय रघुनाथ कडू, सहायक प्रबंधक चेतना आगरकर सहित 9 व अन्य आरोपियों के खिलाफ धारा 406, 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

इन अधिकारी-कर्मचारियों की तलाश : बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक आरोपी विजय रघुनाथ कडु (47), वार्ड नं. 3, तलेगांव, अमरावती, सहायक प्रबंधक कु. चेतना राजेश आगरकर (30), वार्ड नं. 3, धवनेवाड़ी, धामनगांव, अमरावती , कैशियर कु. स्नेहल सुभाष शंभरकर (26), कु. संस्कृति सिद्धार्थ घरड़े (26), चिंतोडी, वर्धा, कु. चांदनी श्रीराम बरे (26), टिमकी, तिनखेड़ा, नागपुर, कु. फाल्गुनी रवि जांगले (25), वार्ड नं.-3, कोराडी, महादुला, कृतिका राजू (30), कौशल्या नगर, बाबुलखेड़ा, कैशियर तेजस्विनी सत्यपाल भगत (28), वार्ड नं.1, वायगांव निपानी, वर्धा और कैशियर वैष्णवी वंजारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनकी पुलिस अब तलाश कर रही है।

ग्राहकों के नाम पर निकाला कर्ज : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कटंगी निवासी निखिलेश कोटांगले (34) मानकापुर स्थित लक्ष्मी प्लाजा में उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड, मानकापुर शाखा के तत्कालीन बैंक प्रबंधक है। उन्होंने मानकापुर थाने में की शिकायत में बताया कि, बैंक से 13 अगस्त 2021 से 3 दिसंबर 2021 के बीच ग्राहकों के नाम पर फर्जी तरीके से 21.50 लाख रुपए कर्ज निकाला, जिसे आरोपी अधिकारी-कर्मचारियों ने आपस में बांट लिया। आरोपियों ने बैंक के साथ ही उन ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की, जो बैंक में खाताधारक थे। आरोप है कि, आरोपियों ने मिलीभगत कर बोगस ग्राहकों के नाम पर कंपनी से कर्ज लिया और सारी रकम का खुद उपयोग किया। बैंक में ग्राहकों द्वारा जमा की जाने वाली रकम का भी गबन किया। इसके अलावा मासिक किस्त के पैसे भी आरोपी बैंक के खाते में जमा करने के बजाय डकार गए। ऑडिट के दौरान आरोपियों की धोखाधड़ी सामने आई। आरोपियों ने फर्जी तरीके से 32 कर्ज केस में यह घपला किए जाने के बारे में पता चला है।

Created On :   20 Sept 2023 12:10 PM IST

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