युवा बेटे को किडनी देकर पिता ने दिया जीवनदान

युवा बेटे को किडनी देकर पिता ने दिया जीवनदान
एम्स में हुआ पहला प्रत्यारोपण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नागपुर में पहला गुर्दा प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किया गया है। बालाघाट निवासी 34 साल का युवक गुर्दे की बीमारी से पीड़ित था। वह सालभर से डायलिसिस पर था। एम्स में उसे भर्ती किया गया था। नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अमोल भवाने व डॉ. आनंद चेल्लापन की निगरानी में विशेषज्ञों की टीम द्वारा उपचार शुरु थे। गुर्दा खराब होने के कारण प्रत्यारोपण करना जरूरी था। प्रत्यारोपण के लिए मरीज के पिता ने एक गुर्दा देने की इच्छा जतायी। दोनों की स्वीकृति और परिजनों की अनुमति के बाद यूरोलॉजिस्ट डॉ. संजय कोलते के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम ने प्रत्यारोपण प्रक्रिया पूरी की। एम्स में गुर्दा प्रत्यारोपण का यह पहला मामला था।

योजनाओं से लाभ दिलाने का प्रयास

एम्स के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. एम. हनुमंत राव व चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष श्रीगिरिवार के मार्गदर्शन के कारण सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण पूरा किया गया। प्रत्यारोपण टीम में डॉ. चंद्रकांत मुंजेवार, डॉ. नीलेश नागदेवे, डॉ. नीलकमल मेश्राम, डॉ. अमृषा रायपुरे, डॉ. बरखा अग्रवाल, डॉ. मोहन सुंदरम, डॉ. भुवनेश्वरी समेत सहायक कर्मचारी शामिल थे। प्रत्यारोपण के लिए मध्यप्रदेश सरकार से मुख्यमंत्री निधि प्राप्त हुई। एम्स में गुर्दा प्रत्यारोपण की शुरुआत होने से मध्य भारत के मरीजों को लाभ मिलेगा, ऐसा विश्वास व्यक्त किया गया है। चिकित्सा अधीक्षक द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले स्वास्थ्य योजना व आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत मरीजों को उपचार व प्रत्यारोपण सुविधाएं दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

Created On :   10 May 2023 2:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story