संक्रमण: नागपुर में डेंगू का प्रकोप बढ़ा, अन्य संक्रामक बीमारियां फैली

नागपुर में डेंगू का प्रकोप बढ़ा, अन्य संक्रामक बीमारियां फैली
अस्पतालों में मरीजों की लंबी लाइन

डिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले कुछ दिनों से लोग वायरल, मलेरिया, डेंगू, टायफाइड जैसे बुखार से ग्रस्त हो रहे हैं। विशेषकर शहर की सीमा से लगे अनेक इलाकों में डेंगू का प्रकोप दहशत का पर्याय बन गया है। गोधनी में भी डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। इस इलाके में अनेक बच्चे डेंगू से ग्रस्त हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक सुदर्शन नगर, टॉवर लाइन रोड व आसपास के इलाकों में रिक्त प्लाट पर जमा पानी मच्छरों के पनपने का प्रमुख कारण बन रहा है। यहां सैकड़ों प्लाट पर बारिश का पानी जमा है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। मच्छरों की रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा। शिकायत है कि मनपा का स्वास्थ्य विभाग इस समस्या से बेखबर कुंभकर्णी नींद में है। आला अधिकारियों से शिकायत के बावजूद समस्या की अनदेखी हो रही है। स्थानीय माया ढेपे ने बताया कि सुदर्शन नगर में मच्छरों का भारी प्रकोप है। इस इलाके के लगभग हर घर में बच्चे डेंगू बुखार से ग्रस्त हैं।

जांच के नाम पर वसूली : मौसमी बीमारी और तेज बुखार से ग्रस्त लोग अस्पतालों के चक्कर काटने पर मजबूर हैं। निजी अस्पतालों में मरीजों की कतारें लग रही हैं। इसके साथ ही पैथोलॉजी, डायग्नोस्टिक सेंटर में जांच के लिए रोजाना सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। पीड़ितों के मुताबिक सामान्य बुखार की स्थिति में भी चिकित्सक रक्त जांच (सीबीसी) की सलाह दे रहे हैं। सीबीसी जांच के लिए निजी लैब संचालक 450 से 1500 रुपए तक वसूल रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए निजी क्लिनिक संचालक चिकित्सकों ने भी अनाप-शनाप शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है। बड़े अस्पतालों में दाखिल होने वाले मरीजों से भी भारी-भरकम शुल्क वसूला जा रहा है।

बार-बार करानी पड़ रही रक्त जांच : चिकित्सकों के मुताबिक कुछ मामलों में डेंगू की पहचान नहीं हो पा रही, प्रारंभिक लक्षण में केवल बुखार से पीड़ित होने का पता चलता है। पहली बार रक्त जांच (सीबीसी) में भी डेंगू की पुष्टी नहीं हो पाती। दो-तीन बार रक्त जांच के बाद ही डेंगू होने का पता चल पाता है। दो-तीन बार सीबीसी जांच करने पर 2-3 हजार रुपए खर्च हो जाते हैं। सुदर्शन नगर निवासी सुप्रिया डहाके, चित्रा लांजेवार, प्रवीण मेश्राम रवि तांदूलकर ने बताया कि इलाके में करीब 12 बच्चे डेंगू से पीड़ित हैं तथा यह रोग तेजी से पैर पसार रहा है। इस पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण पाने की मांग की गई है।

Created On :   20 Sept 2023 2:13 PM IST

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