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प्लास्टिक थैली कारखाने पर छापा, मशीन सहित माल बरामद
- फैक्टरी संचालित करने के लिए विभागों की अनुमति नहीं
- वर्धा, यवतमाल समेत अन्य जिलों में बेचा जाता था माल
नीरज दुबे, नागपुर। स्वच्छ भारत अभियान के तहत घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष ने कलमना स्मॉल फैक्टरी इलाके के जगदंबा प्लास्टिक कारखाने पर छापा मारा। गुप्ता सूचना के आधार पर कलमना घाट के समीप जगदंबा प्लास्टिक में पाबंद प्लास्टिक थैलियों के निर्माण करने की जानकारी मिली थी। इस सूचना के बाद घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष के उपायुक्त डॉ. गजेन्द्र महल्ले, उपद्रव शोध पथक के प्रमुख वीरसेन तांबे के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। इस दौरान 2187 किलो पाबंद प्लास्टिक, 2 रीसाइकलर मशीन तथा 5 प्लास्टिक थैली तैयार करने की मशीनों को जब्त किया गया है। जब्त सामग्री की कीमत करीब 1 लाख 53 हजार 839 रुपए बताई गई है। मनपा प्रशासन के मुताबिक कारखाने के संचालन के लिए एमपीसीबी समेत अन्य विभागों की अनुमति भी मौजूद नहीं है। प्राथमिक पूछताछ में फैक्टरी के संचालक अजय राजेंद्र जैन ने बताया कि पाबंद प्लास्टिक की विदर्भ के वर्धा, यवतमाल समेत अन्य जिलों में बिक्री की जाती है।
पांच वर्ष में 2.17 करोड़ का प्लास्टिक जब्त
मनपा ने सार्वजनिक स्थान पर गंदगी फैलाने के लिहाज से उपद्रव शोध पथक का गठन किया है। सैन्य सेवा से सेवानिवृत्त जवानों के साथ दिसंबर 2017 में कार्रवाई शुरू की गई। अब तक उपद्रव शोध पथक ने 63 हजार 495 किलो पाबंद सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त करने की कार्रवाई की है। सिंगल यूज प्लास्टिक बिक्री करने वाले और इस्तेमाल करने वालों पर 4149 मामले दर्ज किए गए हैं। जब्त कार्रवाई में 2 करोड़ 17 लाख 31 हजार 500 रुपए के प्लास्टिक समेत अन्य सामग्री जब्त की गई है। हालांकि अब तक उपद्रव शोध पथक के माध्यम से इस्तेमाल करने और बिक्री करने वालों पर ही कार्रवाई की गई है। यह पहली बार है कि मनपा ने प्लास्टिक थैली निर्माण करने वाले कारखाने पर कार्रवाई की है। हालांकि कारखाना संचालक पर कड़ी कार्रवाई को लेकर घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष से खासी सावधानी बरती जा रही है।
ऐसे होता रहा व्यापार
अधिकारियों के मुताबिक फैक्टरी के संचालक अजय राजेंद्र जैन द्वारा कारखाने में निर्मित 50 माइक्रोन ग्राम से कम की प्लास्टिक थैली बाजार में बेची जा रही है। कारखाने में काफी समय से पाबंद प्लास्टिक थैली तैयार की जा रही है। शहरभर में कचरा चुनने वाले और छोटे कबाड़ियों से प्लास्टिक खरीदा जाता था। इसके बाद प्लास्टिक को रीसाइकलर की सहायता से छोटे-छोटे दानों यानि ग्रेनाइल में तब्दील करते थे। मध्य प्रदेश समेत देश के अन्य स्थानों से भी ग्रेनाइल को मंगाया जाता था। ग्रेनाइल को दोबारा से गलाकर सिंगल यूज प्लास्टिक थैली तैयार कर छोटे व्यापारियों के माध्यम से बाजार में बेचा जाता रहा है।
जारी रहेगी कार्रवाई
शहर में प्लास्टिक बिक्री और इस्तेमाल करने वालों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। बावजूद इसके शहर में प्लास्टिक की बिक्री हो रही थी। ऐसे में गुप्त जानकारी के आधार पर पहली बार कारखाने पर कार्रवाई की गई है। कार्रवाई में 2187 किलो पाबंद प्लास्टिक, 2 रीसाइकलर मशीन तथा 5 प्लास्टिक तैयार करने वाली मशीनों को जब्त किया गया है। आगे की कार्रवाई और पूछताछ जारी रहेगी। -डॉ. गजेन्द्र महल्ले, उपायुक्त, घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष, मनपा
Created On :   22 July 2023 5:53 PM IST